स्कूल, कॉलेज तक पहुंची महिला सेल, छात्राओं में जगाया विश्वास, 40 मामले सुलझाए

ग्वालियर । बीते 8 महीने में महिला सेल ने वो काम किया है जो थाना पुलिस कभी नहीं कर पाई। स्कूल, कॉलेज में जाकर छात्राओं में विश्वास पैदा किया। इससे कई ऐसे मामले सेल तक पहुंचे जो छात्राएं परिवार के सदस्यों तक को नहीं बता पा रही थीं। दोस्त बनकर उनकी समस्या सुनी फिर पुलिस बनकर उसका निराकरण किया। अब तक 40 के लगभग मामलों का निराकरण महिला सेल कर चुकी है। हालांकि हम बता दें आज हम इन बातों का जिक्र इसलिए कर रहे हैं कि रविवार (8 मार्च) अंतररराष्ट्रीय महिला दिवस है। ऐसे में एसपी ऑफिस स्थित महिला सेल ऐसी सेल है। जहां विवेचना से लेकर मामलों की पड़ताल व स्कूलों में जाकर जागरुकता का काम सिर्फ महिला पुलिस अफसर व कर्मचारी करती हैं। उसके कार्यों के लिए जिला से लेकर राजधानी तक प्रशंसा मिली है।


 

महिला सेल जहां सिर्फ महिला पुलिसकर्मी


एसपी ने स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं, नौकरीपेशा महिलाओं की सुरक्षा, महिला अपराध व जागरुकता के लिए पुलिस कप्तान नवनीत भसीन ने जुलाई 2019 में महिला सेल का गठन किया था। हालांकि पूरे प्रदेश में ऊर्जा डेस्क, महिला सेल का गठन हुआ था, लेकिन ग्वालियर में महिला सेल ने उत्कृष्ट काम किया। सेल में 4 पुलिसकर्मी हैं। इसकी प्रभारी तेज तर्रार सब इंस्पेक्टर सुरुचि शिवहरे हैं। उनके साथ एएसआई (एम) रेखा, आरक्षक रश्मि भार्गव, आरक्षक सेल्वी सिंह हैं। सुरुचि पिछले 8 महीने में 4 बार सम्मानित हो चुकी हैं। जिसमें उनका और उनकी टीम का योगदान हैं।


 

वह मामले निपटाए जो थानों तक नहीं जा सकते थे


स्कूल, कॉलेज से वह मामले जो थानों तक नहीं जा सकते थे। इनमें बच्चियों से जुड़े अपराध हैं। ऐसे 40 मामले महिला सेल की अफसरों तक पहुंचे। सभी में टीम ने बेहतर काम और सुलझाए। इनमें से 17 मामलों में एफआईआर तक हो चुकी है।


हमने स्कूल व कॉलेजों में जाकर छात्राओं को समझाया कि वह किस तरह अपनी सुरक्षा करें। यदि उन्हें कोई परेशानी है तो हमें खुलकर बताएं। उसके बाद कई मामले हमारे पास आए और हमने उसमें बेहतर काम किया।


सुरुचि शिवहरे, प्रभारी महिला सेल


महिला अपराधों के संबंध में छात्राओं का दोस्त बनकर उन्हें जागरुक करने और आत्मरक्षा के लिए तैयार करने का काम महिला सेल ने बखूवी निभा रही है।


नवनीत भसीन, एसपी ग्वालियर