शिवपुरी / जिले में बदरवास और कोलारस क्षेत्र में सोमवार की रात हुई बारिश के साथ गिरे ओलों से 7 गांवों के कई किसानों की फसल चौपट हो गईं। गेहूं, चना और मसूर की फसल में 50 फीसदी तक नुकसान बताया जा रहा है जबकि धनिया की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। मंगलवार को सांसद डॉ. केपी यादव और विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने कोलारस क्षेत्र के तीन गांवों में जाकर हालात देखे। यहां किसानों ने उनसे मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किसानों को सांत्वना देते हुए कहा है कि वह इस कठिन घड़ी में प्रदेश के सभी किसान भाइयों के साथ खड़े हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि तत्काल किसानों के नुकसान का आकलन किया जाए और हर संभव मदद की जाए। इधर, मौमस विज्ञान केंद्र भोपाल में वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि उत्तर बिहार से लेकर तेलंगना के बीच एक ट्रफलाइन (द्रोणिका) के प्रभाव के कारण प्रदेश के पूर्वी हिस्से में आने वाले 24 घंटे में बारिश और कहीं-कहीं ओले भी पड़ सकते हैं। सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिले में कहीं-कहीं हल्की वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारे पड़ने की आशंका है। यहां पर ऐसी स्थिति दो दिन तक बनी रह सकती है। राज्य के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है।
बदरवार क्षेत्र के इलाकों में तेज बारिश के साथ ओले गिरे
बदरवार क्षेत्र के इचौनिया, भिलारी, अकाझिरी व धंधेरा और कोलारस क्षेत्र के खैराई, मोहराई और भड़ौता गांवों में सोमवार की रात तेज बारिश के साथ ओले गिरे। मंगलवार सुबह जब किसान खेतों पर पहुंचे वहां पर इतना पानी भर गया था कि तालाब जैसे हालात बन गए। जहां पानी नहीं भरा, वहां फसल खेत में लोट गई। सबसे अधिक नुकसान धनिया में बताया जा रहा है। किसानों का कहना है कि धनिया की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। इसके अलावा गेहूं, चना और मसूर की फसल में 40 से 50 फीसदी तक नुकसान हुआ है। बदरवास तहसीलदार क्षेत्र के चार गांवों में गेहूं, चना और मसूर की फसल में 40 से 50 फीसदी तक और धनिया में 100 फीसदी के नुकसान की बात कह रहे हैं।
प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर को नुकसान का आकलन करने को कहा : जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जिले में अचानक हुई ओलावृष्टि के कारण फसलों के नुकसान के आकलन के लिए तत्काल दल गठित करने के निर्देश कलेक्टर को दिए हैं। उन्होंने कलेक्टर अनुग्रहा पी को निर्देश देकर दल गठित कर मौके पर सर्वे कराने और नुकसान का आंकलन कराने की बात कही है ताकि किसानों को फसल बीमा का लाभ मिल सके और सहायता राशि के लिए मांग शासन को भिजवाने के संबंध में कार्रवाई की जा सके।
40-50 फीसदी तक का नुकसान : बदरवास के तहसीलदार दिव्यदर्पण शर्मा ने बताया कि गेहूं और चने की फसल में 40 से 50 फीसदी तक नुकसान है। मसूर में भी इतना ही नुकसान है। हां, धनिया की फसल लगभग 100 फीसदी नष्ट होने की बात किसान कर रहे हैं। सर्वे के लिए हमने 5 पटवारियों के दल बनाए हैं।
किसानों ने सांसद से मुआवजा दिलाने की मांग की
कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी और सांसद डॉ. केपी यादव मंगलवार को खैराई, मोहराई और भड़ौता गांव के दौरे पर गए। उन्होंने फसलों में हुए नुकसान का मुआयना किया। किसानों से बातचीत की जिसमें किसानों ने मुआवजा दिलाने की मांग की। बदरवास के चार गांव इचोनिया, भिवाडी, अकाझिरी और धंधेरा में जिला पंचायत अध्यक्ष सहित कांग्रेस जिलाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, बंटी रघुवंशी और हरवीर रघुवंशी और महेंद्र यादव सहित कई लोग पहुंचे। यहां किसानों ने उनसे नुकसान का मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई।
मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के शहडोल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर, रीवा, ग्वालियर एवं जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। शेष संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा। राज्य के कोलारस, मंडला, मलाजखंड, कोतमा, डिंडौरी, सिवनी, सिंगरौली, सोहागपुर एवं ईशागढ में एक से 6 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है। वहीं रीवा एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में हल्का कोहरा रहा। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रायसेन में दर्ज किया गया।
हमारी टीम सर्वे कर रही है
जो सूचना अभी आई है, उसके अनुसार नुकसान तो है। कितना नुकसान है, यह हम रिपोर्ट आने के बाद बता सकेंगे। फिलहाल 40 फीसदी तक नुकसान की बात बताई जा रही है। हमारी टीम सर्वे कर रही है।
अनुग्रह पी, कलेक्टर, शिवपुरी