कोरबा । भारत में कौशल विकास के क्षेत्र में अग्रणी स्तर पर कार्य कर रही संस्था आइसेक्ट ने भारत सरकार के नेशनल स्किल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एनएसडीसी) के साथ मिलकर रोजगार मेले का आयोजन किया। इस मेले में बेरोजगार तथा कुशल युवाओं को राष्ट्रीय व स्थानीय नियोक्ताओं के माध्यम से रोजगार प्रदान किया गया। रोजगार मेले में 800 से अधिक युवाओं ने भाग लिया, जिसमें 300 प्रतिभागियों को रोजगार प्रदान किया गया। इस मेले में सेल्स व मार्केटिंग, डाटा एंट्री ऑपरेटर, बीपीओ, अकाउंटेंट, कैशियर व अन्य पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन किया गया। आइसेक्ट-एनएसडीसी रोजगार मेला में ग्रामीण एवं अर्धशहरी क्षेत्रों के प्रशिक्षित युवाओं को स्थानीय स्तर पर नियुक्ति प्रदान की गई। इस रोजगार मेले में 15 से अधिक राष्ट्रीय व स्थानीय स्तर की कंपनियों नें भाग लिया। इसमें मुख्य रूप से युरेका फोर्बस, नवकिसान, जोमैटो, आइसीआइसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, रिलायंस निपोन, सृष्टि इंफ्रा जैसी राष्ट्रीय व क्षेत्रीय कंपनियां व ब्रांड्स, जो ग्रामीण व अर्धशहरी क्षेत्रों में अपनी पैठ बढ़ा रही। आवेदक की शैक्षणिक योग्यताओं और अनुभव के आधार पर यह कंपनियां पांच हजार से 20 हजार रुपये तक मासिक वेतन पर चयनित उम्मीदवारों को नौकरी प्रदान की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला रोजगार अधिकारी जेपी खांडे मौजूद रहे। आईसेक्ट के निर्देशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी के अनुसार इस तरह के रोजगार मेले ग्रामीण व अर्धशहरी क्षेत्रों में बेरोजगारों व प्रशिक्षित युवाओं को एक प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराते हैं, जहां से उनके रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। ग्रामीण युवाओं के कौशल विकास के लिए पूरे देश में काम हो रहा है, लेकिन इन प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार प्रदान करना भी लक्ष्य होना चाहिए। इसी उद्देश्य से आइसेक्ट ने यह पहल की है और आइसेक्ट-एनएसडीसी रोजगार मेला इस प्रयास का प्रारंभिक चरण है। छत्तीसगढ़ के कई जिले के अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ व पंजाब में भी यह रोजगार मेले आयोजित हो रहे हैं।
रोजगार मेले में 300 प्रतिभागियों को मिला रोजगार