ओरछा / पर्यटन नगरी ओरछा में तीन दिवसीय 'नमस्ते ओरछा' महोत्सव का आगाज शुक्रवार को रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ हुआ। यह पहला मौका है जब देश ही नहीं विदेश से आने वाले सैलानियों को बुंदेलखंड की परंपराओं से रूबरू कराया जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली हैं। इसमें पर्यटक ओरछा के गौरवशाली साहित्य एवं इतिहास को जान सकेंगे।कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 6 बजे संस्कृति मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ और आबकारी मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने किया। पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ शुभारंभ करने वाले थे, लेकिन प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के चलते उनका ओरछा दौरा निरस्त हो गया था। समारोह के पहले दिन भगवान श्रीराम के अयोध्या से ओरछा आगमन की गाथा का चित्रण किया जाएगा। इस ऐतिहासिक गाथा को थ्री-डी मैपिंग से जहांगीर महल की दीवारों पर दिखाया गया। कार्यक्रम का संचालन गीतकार, संगीतकार स्वानंद किरकिरे कर रहे हैं। शुभारंभ के बाद भगवान श्रीराम के अयोध्या से ओरछा आगमन, रानी कुंवर गनेश की कथा के बाद ओपनिंग सेरेमनी में संध्या ग्रुप का डांस, क्लिंटन का म्यूजिक शो, बुंदेली आर्टिस्ट तिपन्या के साथ ही संतूर वादन का कार्यक्रम होगा।
मां बेतवा की होगी महाआरती
7 मार्च की शाम को कंचना घाट पर बेतवा की महाआरती होगी। बेतवा घाट पर प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायिका शुभा मुदगल का गायन होगा। क्लासिकल डांसर अदिति मंगलदास नृत्य प्रस्तुत करेंगी। इसी दिन ओरछा महल और कन्वेंशन सेंटर में आयोजित बिजनेस कॉन्क्लेव के शुभारंभ सत्र को मुख्य सचिव एसआर मोहंती संबोधित करेंगे। 'यस ओरछा' और 'दिल से ओरछा' सत्र के बाद प्रमुख सचिव पर्यटन समापन सत्र में शामिल होंगे। इस दौरान 'विरासत की यात्रा' भी होगी।
म्युजिक शो में स्वानंद किरकिरे का गायन
कल्पवृक्ष के पास आयोजित म्यूजिक शो में इंडियन ओसन ग्रुप, मृग्या, स्वानंद किरकिरे के गायन के साथ ही फ्रेंच गायक मनु चाव एवं बुंदेली आर्टिस्ट कालू राम की जुगलबंदी देखने को मिलेगी। कार्यक्रम का समापन बुंदेली व्यंजनों के जायके से होगा। वहीं पूरी ओरछा नगरी अब रामराजा मंदिर के रंग में रंगी दिखाई देने लगी है। राजा महल, चतुर्भुज मंदिर, लक्ष्मी मंदिर, बेतवा किनारे बनी राजाओं की छतरियां जगमगा उठे हैं। महोत्सव में विदेशी सैलानियों के स्वास्थ्य की जांच की व्यवस्था की गई है।
समारोह में कोरोनावायरस का भी डर
निवाड़ी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने बताया& कोरोना वायरस को लेकर विशेष सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। आने वाले हर पर्यटक को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही शिविर लगाकर कार्यक्रम में मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। सीएमएचओ एमके प्रजापति ने बताया कि ओरछा के सभी होटलों से विदेशी पर्यटक के आने की सूची ली जा रही है। इसके बाद डॉक्टरों की टीम द्वारा परीक्षण करने के बाद ही विदेशी पर्यटकों को ओरछा घूमने की इजाजत दी जा रही है।
आसमान से निहारेंगे ओरछा की सुंदरता
कार्यक्रम में आने वाले देशी-विदेशी मेहमानों को यहां के प्राकृतिक वातावरण से रूबरू कराने नेचर वॉक, योग, हेरिटेज साइकलिंग एवं फोटोग्राफी जैसे कार्यक्रम रखे गए हैं। 7 मार्च की सुबह से सभी डेलीगेट्स को वन परिक्षेत्र एवं बेतवा नदी के बीच ले जाकर यह कार्यक्रम कराए जाएंगे। इसके साथ ही ओरछा की ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक सुंदरता का आसमानी मंजर दिखाने के लिए हेलीकॉप्टर से लोगों को भ्रमण कराया जाएगा। नमस्ते ओरछा महोत्सव के दौरान तीन दिन तक समारोह में आने वाले सैलानियों को मप्र पर्यटन विभाग द्वारा 3 हजार रुपए के शुल्क पर हेलीकॉप्टर से 5 मिनट के समय में ऐतिहासिक नगरी ओरछा को आसमान की सैर कराई जाएगी।
36 लोगों ने हेलीकॉप्टर की कराई बुकिंग
मप्र पर्यटन विकास निगम के प्रबंधन संजय मल्होत्रा ने बताया की ओरछा महोत्सव के दौरान देश विदेश से आने वाले पर्यटक ऐतिहासिक नगरी ओरछा के पुरातत्वीय स्मारकों को आसमान की सैर करते हुए ओरछा सिटी को घूमने का आनंद ले सकेंगे। इस के अलावा 13373 रुपए की शुल्क हेलीकॉप्टर द्वारा ग्वालियर से ओरछा आने जाने की सुविधा भी पर्यटकों को दी जाएगी। अभी हेलीकॉप्टर के लिए तीन दर्जन लोगों की बुकिंग हो चुकी है।