नई दिल्ली / नार्थ-ईस्ट के दंगों में जिन जगहों पर लोगों की हत्या की गई थी, वहां से सबूतों को मिटा दिया गया है। सीसीटीवी कैमरों में ज्यादा कुछ मिल नहीं रहा है, क्योंकि अधिकतर कैमरे या तो तोड़े हुए हैं, या फिर उनके ऊपर की तरफ मोड़ दिया गया। ऐसे में आरोपियों की पहचान करना मुश्किल है। नार्थ-ईस्ट के दंगों की जांच कर रहे स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अब टीम ह्यूमन सोर्सेज की मदद से आरोपियों तक पहुंचने में जुटी है। नाले की सर्चिंग किए जाने पर अभी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले में अभी और शव होने की आशंका है। हिंसा से प्रभावित मौजपुर, भागीरथी विहार, करावल नगर, शिव विहार समेत कई इलाकों में दंगाइयों ने लोगों की हत्या कर नाले में फेंक दिया था। पुलिस ने अब तक नालों से आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा समेत 8 लोगों के शव बरामद किए हैं। हिंसा प्रभावित इलाके के इस 10 किलोमीटर से अधिक लंबे नाले को 8 से 9 फीट ऊंची पक्की दीवार और 2 से ढाई फीट ऊंची लोहे की जाली लगाकर सुरक्षित किया हुआ है। लेकिन मौजपुर गोकलपुरी समेत कई इलाकों में लोगों ने जाली व दीवार को तोड़कर रास्ता बना दिया है, जबकि भागीरथी विहार में करीब 500 से 600 मीटर तक ना कोई दीवार और ना ही जाली लगी हुई है। इससे यहां से शवों को नालों में फेंकना काफी आसान है। पुलिस ने इस नाले से सबसे पहले आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा का शव बरामद किया था।
स्थानीय लोगों का दावा: दंगाइयों ने कई शव नाले में बड़े-बड़े पत्थर, ईंटें फेंककर दबा दिए
स्थानीय लोगों का दावा है कि हिंसा के समय दंगाइयों ने कई लोगों को पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शवों को नाले में फेंक दिया था। इसके बाद उन शवों को छिपाने के लिए नाले में फेंक दिया फिर ऊपर से बड़े-बड़े पत्थर, ईंटें फेंककर दवा दिया, ताकि वह पानी के ऊपर न आ सकें। उन्हें पूरा शक है कि नाले में अभी और शव हो सकते हंै। भागीरथी विहार निवासी रतन सिंह ने बताया कि दंगाइयों ने लोगों को मारा-पीटा था। उनके हाथों में हथियार, लंबे-लंबे चाकू थे। एक अन्य स्थानीय निवासी का कहना है कि नाले की सफाई कराई जाए तो इसमें और भी शव मिलेंगे। क्योंकि नाले में बहुत कीचड़ व कचरा भरा हुआ है। किसी की बॉडी काे नाले फेंका जाए तो वह उस कीचड़, दलदल में फंस जाता है। जिसके कारण शव अभी बाहर नहीं आ पा रहे है।
पुलिस की कोऑर्डिनेशन के हिसाब से करेंगे नाले की सफाई: राजेश सिंह
फ्लड विभाग के एक्जीक्युटिव इंजीनियर राजेश सिंह का कहना है पुलिस की कोआर्डिनेशन के मुताबिक नाले की सफाई कराई जाएगी। पुलिस जहां-जहां से सफाई करने को कहेगी, वहां-वहां मशीन लगा दी जाएगी। नाले में पहले से ही भरे कीचड़ व कूड़ा की सफाई नहीं होने पर इंजीनियर ने कहा कि नाले में लोग कूड़ा डाल देते है। एमसीडी विभाग इस पर रोक नहीं लगा पा रही है। एक दो दिन में नाले से गाद, कीचड़ को निकालने के लिए मौजपुर में मशीन लगाई जाएगी।
हिंसा में मारकर नाले में फेंके गए शव
26 फरवरी-आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा का शव चांद बाग की पुलिया के पास नाले से बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच में सामने आया था कि अंकित के शरीर पर चाकुओं के काफी संख्या निशान थे।
27 फरवरी- गोकलपुरी व गगन विहार के नाले से 2 शव बरामद हुए।
1 मार्च- 8.20 बजे 1 शव भागीरथी विहार नाले में मिला। फिर दोपहर करीब 12.40 बजे कुछ ही दूरी पर दूसरा शव बरामद हुआ। 1 शव गोकुलपुरी तथा 1 शव शिव विहार से बरामद हुआ।
2 मार्च- भागीरथी विहार नाले से 1 शव बरामद किया।
जल्द कराई जाएगी नाले की सफाई: विधायक
गोकलपुरी इलाके के विधायक सुरेंद्र कुमार का कहना है कि नाला फ्लड विभाग का है। नाले की सफाई के लिए संबंधित विभाग के इंजीनियरों से बातचीत की जा रही है। जल्द ही इलाके के नाले की सफाई कराई जाएगी।