कुलपति और डीएसडब्ल्यू से छात्रनेता ने की बदसलूकी

इंदौर । महिला दिवस के एक दिन पहले शनिवार को एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति से बदसलूकी की। बाद में छात्र कल्याण संघ (डीएसडब्ल्यू) के अध्यक्ष से अभद्र भाषा में बात करना शुरू कर दिया। यह देखकर कुलपति ने फटकार लगाई तो छात्रनेता ने अंगुली दिखाते हुए कहा कि मुझे आगे से मत सिखाना कि किसे और कैसे बात करना है। छात्र नेता की इस हरकत पर वहां मौजूद बाकी अधिकारियों ने चुप्पी साध ली। बाद में केबिन छोड़कर कुलपति बाहर निकल आईं। फिर प्रभारी रजिस्ट्रार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के निर्देश दिए।


दिसंबर 2019 में कमला नेहरू गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में सफाईकर्मी द्वारा छात्रा को झांककर देखने की घटना सामने आई था। मामले में विश्वविद्यालय को पुलिस में शिकायत करने में चार दिन लगे। इसे लेकर एनएसयूआई के विरोध के बाद चीफ वार्डन डॉ. नम्रता शर्मा को हटा दिया गया। दो महीने बाद कुलपति डॉ. रेणु जैन ने दोबारा डॉ. नम्रता को हॉस्टल की जिम्मेदारी सौंप दी। इसे लेकर एनसएयूआई के छात्रनेता विकास नंदवाना अपने कार्यकर्ताओं के साथ कुलपति के सामने विरोध दर्ज कराने पहुंचा। उस दौरान कुलपति कक्ष में डीएसडब्ल्यू डॉ. एलके त्रिपाठी, प्रभारी रजिस्ट्रार अनिल शर्मा और डीसीडीसी डॉ. सुमंत कटियाल भी मौजूद थे। विकास आते ही कुलपति से बदसलूकी करने लगा, जिसका डीएसडब्ल्यू ने विरोध किया। बाद में बहस बढ़ने पर कुलपति केबिन से बाहर आ गईं मगर एनएसयूआई के छात्र नेता वहीं जमे रहे। कुछ अधिकारी समझाने आए, लेकिन मामला गंभीर होने के चलते वे लौट गए।


पहले भी कर चुके हैं ऐसी हरकत


डॉ. नम्रता शर्मा को हटाने के दौरान भी इन छात्र नेताओं और कुलपति के बीच बहस हुई थी। तब 'पागल' कहने पर छात्र नेताओं ने कुलपति को घेरा था और सारी सीमाएं लांघ दी। उस दौरान भी विकास ने कुलपति को अंगुली दिखाकर बदसलूकी की थी।


नहीं रखते गरिमा का ध्यान


छात्रनेता अधिकारियों के पद की गरिमा का बिलकुल ध्यान नहीं रखते हैं। इनकी हरकत पर प्रभारी रजिस्ट्रार को पुलिस में शिकायत करने का कहा है। पहले भी मेरे साथ हुई एक घटना पर पुलिस में आवेदन दिया था, मगर अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वैसे अब इन छात्र नेताओं को विश्वविद्यालय परिसर में आने से रोका जाएगा।


 

डॉ. रेणु जैन, कुलपति, डीएवीवी


पुलिस में शिकायत करेंगे


कुलपति के निर्देशों का पालन किया जाएगा। पूरी घटना के बारे में पुलिस में शिकायत करेंगे। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध कराएंगे।


अनिल शर्मा, प्रभारी रजिस्ट्रार, डीएवीवी


ऐसे हुआ संवाद


डीएसडब्ल्यू : कुलपति से ऐसे बात नहीं कर सकते। विषय रखने का अपना तरीका होता है?


विकास : (चिल्लाकर) तुम बताओगे मुझे कैसे बात करना है। अपने दायरे में रहा करो।


कुलपति : मेरे अधिकारी से इस ढंग से बात करने का कोई अधिकार नहीं है।


विकास : (अंगुली दिखाते हुए) वो जैसी बात करेंगे। मैं भी वैसा ही जवाब दूंगा। मुझे सब दिखता है कौन-कैसा है।


कुलपति : आपको बैठना है... बैठो...


विकास : तो बैठे हैं...


कुलपति : धरना देना है तो बाहर जाकर दो..


विकास : यहीं देंगे।


(इतना सुनते ही कुलपति अपने केबिन से बाहर आ गईं। उनके पीछे बाकी अधिकारी भी निकल गए। )