इंदौर । शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं करने पर क्राइम ब्रांच ने सेबी अफसरों से सवाल किए हैं। इसमें सेबी में दर्ज शिकायत और वैध-अवैध कंपनियों के बारे में भी जानकारी की रिपोर्ट मांगी गई है। पुलिस का दावा है कि कार्रवाई के महज दो दिन बाद 30 बड़ी कंपनियों के खिलाफ करोड़ों ठगने की शिकायतें मिल चुकी है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि गिरोह में कई महिलाएं भी शामिल शामिल हैं। पुलिस ने उन्हें भी आरोपित बनाकर तलाश शुरू कर दी है।
एएसपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया के मुताबिक क्राइम ब्रांच थाने में इन्वेस्टमेंट रिसर्च एडवाइजरी, अराइव इन्वेस्टमेंट, मनी मार्केट मंथन और मनी सिक्योर इन्वेस्टमेंट के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपित विक्की कांवरिया, अमित गंगराड़े, राजकुमार कुशवाह को गिरफ्तार किया है। खजराना थाना पुलिस ने उदयन टेलीकॉम, स्वास्तिक इन्वेस्टमेंट मार्ट, मार्केट जनरल और कैपिटल ग्रो के खिलाफ केस दर्ज कर धर्मेंद्र मालवीय को गिरफ्तार किया है। तुकोगंज पुलिस फ्यूचर इन्वेस्टमेंट के संचालक आशुंजय केलवा, पिंकी केलवा, गौरव श्रीवास्तव, ज्योति मोरे, अलका श्रीवास्तव व मनीष लालवानी की तलाश कर रही है। पूछताछ में आरोपितों ने कबूला कि उनके विरुद्ध सेबी में शिकायतें होती थीं, लेकिन वे कार्रवाई से बच जाते थे। एएसपी ने सेबी को पत्र लिखकर पूछा कि दर्ज शिकायतों पर क्या कार्रवाई की गई। कितनी कंपनियों की जांच की और और किस-किस को ब्लैक लिस्ट किया। प्रारंभिक रिपोर्ट में पता चला है कि मनी मार्केट मंथन के विरुद्ध 10, वेल्थ मैक्स की आठ, फ्यूचर इन्वेस्टमेंट की चार, मनी सिक्योर की तीन शिकायतें दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य कंपनियों की भी करीब 6800 शिकायतें मिल चुकी हैं। इसमें सेबी ने सिर्फ 20 को ब्लैक लिस्ट किया और 12 कंपनियों से सरेंडर के आवेदन ले लिए।
देशभर से मिली शिकायतों की जांच करेंगे एएसपी स्तर के अफसर
पुलिस को दो दिनों के भीतर मार्केट मेग्निफाइट इन्वेस्टमेंट, रिप्पल एडवाइजरी, वेल्थ मैक्स, साईं कृपा प्लेसमेंट (अनिरुद्ध साल्वी), अश्विनी कंसल्टेंसी, साईं प्रोफिसेंस रिसर्च, इन्वेस्टमेंट रिसर्च (अमित गंगराड़े), केयर इन्वेस्टमेंट, एचएनबी ट्रेड, डॉलर एडवाइजरी, अराइव इन्वेस्टमेंट, डिजाइर रिसर्च, स्टार वर्ल्ड एडवाइजरी, इन्वेस्टमेंट रिसर्च, सम्राट प्रा.लि., एल्बो सिस्टम, मां इंटरप्राइजेस, स्टार आईटी, मेक्स इनोवेशन, इन्वेस्टमेंट मल्टीप्लायर, फिनटेक रिसर्च, कैपिटल वृद्धि, ग्रीन लीफ, मार्केट कैप्टन, मनी कैपिटल, फ्रीडम ग्लोबल रिसर्च, इन्वेस्टमेंट रिसर्च, निवेश आईकॉन, डायनामिक मनी रिसर्च, निशांत चतुर्वेदी के खिलाफ शिकायतें मिली हैं। डीआईजी रुचि वर्धन मिश्र ने एएसपी स्तर के अफसरों को जांच का जिम्मा सौंपा है।
मददगार-पार्टनर और फाइनेंसर की जांच शुरू
पुलिस ने एडवाइजरी कंपनियों के संचालकों के मददगार और उनके पार्टनर व वित्तीय मदद करने वालों की भी जांच शुरू कर दी है। अफसरों ने ट्रेड इंडिया कंपनी के कर्ताधर्ताओं से जुड़े सुनील सिंह को राडार पर लिया है। फरार नेहा गुप्ता और राजीव सिंह से उसने करोड़ों का लेनदेन किया है। दोनों आरोपित फरार हैं।