खैरियत की चिट्ठी व होली के रंग में न घोलें अफवाहों के भंग

कोरबा । कोरोना से जितने लोग आहत नहीं हुए, उससे ज्यादा वायरस के फैलाने वाले जरिए को लेकर अफवाहों का वायरल होना जिंदगी मुश्किल कर रहा। लोग अब खुशियां मनाने से भी बच रहे हैं। पिकनिक-पार्टी से दूरी तक तक तो ठीक था, पर खैरियत की खबर लाने वाली चिठ्ठियां बैन होना या गुलाल खेलने से परहेज होली के रंग में भ्रांतियों का भंग डाल रहा। चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना का वायरस किसी बेजान चीज से चिपककर चीन से जिंदा नहीं आ सकती, इसलिए डरने की बजाय स्वच्छता का ख्याल रखें, तो सेहत पर कोई आंच नहीं आएगी। सारे बैर भुलाकर गले लगने का संदेश देने वाले रंगों का त्योहार होली अब तीन दिन दूर है। ऐसे में कोरोना के लक्षणों की सही पहचान कर स्वस्थ एवं खुशी पूर्वक त्योहार मनाने के लिए लगातार वायरल की जा रही भ्रामक जानकारियों से बचने की जरूरत है। ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो सोशल साइट्स पर आए पोस्ट की पुष्टि किए बगैर ही अनगिनत लोगों को फॉरवर्ड कर रहे। बिना यह जाने कि उसका क्या असर संदेश प्राप्त करने वाले पर पड़ेगा। डाक विभाग ने चीन के लिए डाक बुक करने पर भी पाबंदी लगा दी है। इस विषय की गंभीरता को लेकर नईदुनिया ने चिकित्सा विशेषज्ञों की राय ली। इसके अलावा जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने भी कोरोना को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां जारी की हैं। इन्हें भली-भांति समझकर व जरूरी बातों का आंकलन कर हमें खुद जागृत, सावधान एवं सतर्क रहते हुए दूसरों को भी जागरूक करने अहम भूमिका निभानी चाहिए। 77 देश में तेजी से पैर पसार चुके नोवल कोरोना वायरस से बचे रहने वायरल हो रही अफवाहों की बजाय हम उन दिशा-निर्देशों का पालन करें, जो स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सकों की ओर से बताई जा रहीं हैं।