केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से दो कर्मचारियों की हुई थी मौत, शव के इंतजार में 10 दिन से खाना नहीं खा रहे परिजन

सूरत / पांडेसरा जीआईडीसी में मारुति डाइंग मिल के पास प्लॉट नंबर 274 में स्थित एसीटो केमिकल प्राइवेट कंपनी में आग लग गई थी। इस हादसे एक कर्मचारी जिंदा जल गया था और दूसरा लापता हो गया था। पुलिस ने जले व्यक्ति का शव पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया था। घटना के तीन दिन बाद पुलिस को मलबे से लापता कर्मचारी का आधा जला शव मिला था। पुलिस ने इसे भी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।दोनों शवों को पोस्टमार्टम करने के बाद डीएनए टेस्ट के लिए रखा गया है। दोनों शवों की पहचान के लिए पुलिस ने डीएनए सैंपल लेकर एफएसएल में भेज दिया था। अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। उधर, मृतक के परिजन परेशान हैं। शव का दाह-संस्कार किए बिना खाना नहीं खा रहे हैं। मृतक के घर में पिछले दस दिनों से खाना नहीं बन रहा है। हादसे के दिन मृतक के घर 25 से 30 रिश्तेदार अंतेष्टि में शामिल होने के लिए आए थे, जो अभी तक नहीं गए। परिजन डीएनए टेस्ट के लिए कार्यालयों में चक्कर लगा रहे हैं। 


ये है मामला: जला हुआ मिला था कर्मचारी का शव


हादसे में 35 साल के आमोद सिंह जिंदा जल गया था। पुलिस ने हादसे के दिन ही उसका शव बरामद करके सिविल में पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया था। हादसे के पांच दिन बाद पप्पी नामक युवक का आधा जला हुआ शव मिला था। मृतक आमोद के भाई ने बताया कि पहले हम लोग शव लेने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन न तो सिविल से कोई जानकारी मिल रही है और न ही पुलिस कुछ बता रही है। दस दिन से परिवार में कोई खाना नहीं खा रहा है। घर पर 25 से 30 रिश्तेदार आए हुए हैं जो दाह-संस्कार करने का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस कुछ दिन में डीएनए टेस्ट आने का आश्वासन दे रही है। उधर, दूसरे मृतक पप्पी की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी है। उसे एक बेटा और एक बेटी है। बिना मां-बाप के दोनों बच्चे शव लेने और दाह-संस्कार के लिए दर-दर भटक रहे हैं।


पुलिस इंस्पेक्टर बोले- एफएसएल को प्रायविटी लेटर लिख दिया है 
मामले की जांच कर रहे पांडेसरा थाने के इंस्पेक्टर डीके पटेल ने बताया कि हमने डीएनए की प्रोसेस तुरंत शुरू कर दी थी। एफएसएल विभाग को प्रायविटी लेटर भी लिखा है। उच्च अधिकारी ने तत्काल रिपोर्ट भिजवाने के लिए आदेश भी दिलवाया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि जब मेरी बात हुई थी तो डीएनए की जांच करने वाली कोई मशीन खराब हो गई थी। एफएसएल ने 12 मार्च तक रिपोर्ट देने की बात की है। एफएसएल के डिप्टी डायरेक्टर डीबी पटेल ने बताया कि कई बार रिपोर्ट मिसमैच हो जाते हैं। ऐसे में दो दिन का समय और बढ़ जाता है। कुछ दिन से मशीन खराब है।


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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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