इंदौर, खंडवा, खरगोन और पीथमपुर के गोदाम में नहीं है कपास रखने की जगह

खरगोन / कपास की बंपर आवक व खरीदी के बाद अब भारतीय कपास निगम के पास गठानें रखने की जगह नहीं है। इस सीजन में मंडी में कुल 8 लाख क्विंटल खरीदी का साढ़े तीन लाख क्विंटल कपास खरीद लिया गया है। खरगोन के गोडाउन भर जाने के बाद इंदौर, खंडवा व पीथमपुर कपास भेजा गया लेकिन अब वहां से भी जगह की कमी बताकर मना कर दिया। इसके चलते भारतीय कपास निगम ने पिछले चार दिन से खरीदी बंद कर दी है। कपास निगम के अनुसार अब किसानों को टोकन देकर कपास की खरीदी की जाएगी, ताकि किसान परेशान न हो। भंडारण व खरीदी के बीच संतुलन बनाना पड़ेगा। रोज की खरीदी के बाद अगले दिन किसानों से नंबर के आधार पर कपास खरीदी होगी। भारतीय कपास निगम की समर्थन मूल्य पर कपास खरीदी के बाद रोजाना 1500 गांठ तैयार हो रही है। इस सीजन में खरगोन की आनंद नगर स्थित कपास मंडी में करीब 8 लाख क्विंटल कपास की आवक हुई। मंडी में औसत रोजाना 200 वाहन आ रहे हैं। किसानों को कपास की गुणवत्ता के हिसाब से 5140, 5550 और 5605 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिला है। पिछले साल कपास निगम ने खरीदी कर 49 हजार गठानें तैयार की थी। इस साल यह आंकड़ा डेढ़ गुना यानी 75 हजार के आसपास है।



मध्य क्षेत्र में कपास खरीदी में खरगोन नंबर-1
वर्तमान में कपास खरीदी के मामले में सेंट्रल जोन (मध्य क्षेत्र) जिसमें महाराष्ट्र, गुजरात व मध्यप्रदेश के राजकोट, अहमदाबाद, खरगोन, इंदौर, अकोला और औरंगाबाद शहर आते हैं। इनमें खरगोन खरीदी के मामले में नंबर-1 की स्थिति में है। खरगोन में अब तक 72 हजार गांठ यानी 3.5 लाख क्विंटल के करीब कपास की खरीदी की गई है। इसके चलते खरगोन सहित खंडवा, पीथमपुर, इंदौर के गोडाउन फुल हो गए।



एफएक्यू का माल मिला तो करेंगे सितंबर तक खरीदी
कपास निगम एफएक्यू (फेयर एवरेज क्वालिटी) कपास ही खरीदता है। निगम समर्थन मूल्य पर 1 अक्टूबर 2019 से लेकर 30 सितंबर 2020 तक खरीदी का प्रावधान है। लेकिन इसमें शर्त है कि गुणवत्ता वाला कपास आता है तो खरीदी जारी रखी जाएगी। सीसीआई के अनुसार कपास की सफेदी 65 प्रतिशत तक होना चाहिए, लैंथ 26-27 मिलीमीटर, कपास में माइक 3.5 से 3.6 मिमी होना चाहिए। इसी कपास की खरीदी की जाएगी।



ऐसा है कपास का बंपर स्टॉक


48 हजार गठानें खरगोन के 6 वेयर हाउस में


4700 गठानें खंडवा के सेंट्रल वेयर हाउस में


1800 गठानें खंडवा की रुचि वेयर हाउस


350 गठानें पीथमपुर के सेंट्रल वेयर हाउस में


1500 गठानें इंदौर के वेयर हाउस में रखी है


वरिष्ठ कार्यालय से स्टॉक की स्थिति देखकर खरीदी करने के आदेश मिले हैं। 50 क्विंटल कपास का स्टॉक है। भंडारण की जगह नहीं मिलने से चार दिन खरीदी बंद कर दी है। बुधवार से किसानों को टोकन देकर खरीदी करेंगे।


अरुण सहगल, कपास खरीदी प्रभारी, कपास निगम


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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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