होटल से बाहर निकलना तो दूर झांकने तक की इजाजत नहीं

बेंगलुरू के बाद अब जयपुर और गुड़गांव भी मप्र की राजनीतिक उठापटक का हिस्सा बन चुके हैं। यहां की सितारा होटलों में भाजपा, कांग्रेस और सिंधिया समर्थित विधायकों काे ठहराया गया है। इन होटलों के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। हालत यह है िक किसी को भी भीतर जाने की इजाजत नहीं है। विधायकों को भी बाहर घूमना तो दूर खिड़कियों से झांकने तक की इजाजत नहीं है। हालांकि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि कोई बंधक नहीं है हम तो विधायकों के साथ घूमने आए हैं। 


विधायकों को मनाने कमलनाथ के दो मंत्री चार्टर्ड प्लेन लेकर डटे हैं बेंगलुरू में 


बेंगलुरू से शैलेन्द्र सिंह चौहान : ध्यप्रदेश की राजनीति में भू-चाल लाने वाले सिंधिया खेमे के 19 विधायक बेंगलुरू सिटी से ठीक 40 किलाेमीटर दूर 700 एकड़ में फैले गाेल्फसायर रिसाॅर्ट में ठहरे हुए हैं। रिसार्ट के आसपास दूर-दूर तक सिर्फ पुलिस का पहरा दिख रहा है। सुरक्षा के लिए यहां 400 पुलिसकर्मियाें काे तैनात किया गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा के भराेसेमंद दाे आईपीएस पूरी सिक्याेरिटी की निगरानी कर रहे हैं। किसी भी बाहरी व्यक्ति के लिए इनसे मिल पाना मुमकिन नहीं है। इन विधायकों को मनाने के लिए कमलनाथ सरकार के 2 मंत्री बेंगलुरू में ही चार्टर्ड प्लेन लेकर डटे हैं। रिसाॅर्ट में भीतर ठहरे खास मेहमानाें की मेहमाननवाजी का पूरा जिम्मा ज्याेतिरादित्य सिंधिया के खास पुरुषाेत्तम पाराशर के पास है। इस अाॅलिशान रिसार्ट में 225 विला अाैर कमरे हैं। हर विले में स्वीमिंग पुल है। सबके अलग गाेल्फ मैदान हैं। भाजपा केअरविंद भदाैरिया 10 दिन से यहीं डटे हुए हैं। उमाशंकर गुप्ता अाैर सुदर्शन गुप्ता की भी यहां ड्यूटी लगी है। रिसाॅर्ट में अाम लाेगाें की नई बुकिंग नहीं ली जा रही है। गाेल्फ खेलने के लिए आने वाले लाेग और पर्यटकाें काे भी यहां जाने की इजाजत नहीं है। उधर, सिंधिया खेमे के विधायक को और मंत्रियों को वापस लाने के लिए कमलनाथ सरकार पूरी ताकत लगा रही है कांग्रेस के दो कद्दावर मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और सज्जन वर्मा बेंगलुरू में रिसोर्ट के आसपास ही ठहरे हुए हैं। गोविंद सिंह होली की रात को यहां पहुंच गए थे, जबकि वर्मा 11 मार्च को शाम वापस लौट आए। मंत्री लगातार प्रयास कर रहे हैं कि कैसे भी नाराज विधायकों से उनका संपर्क हो जाए, वहीं कर्नाटक पुलिस और इंटेलिजेंस को इसकी खबर है, जिसके बाद सुरक्षा घेरा और कड़ा कर दिया गया है। बुधवार को सुबह प्रदेश कांग्रेस कर्नाटक के युवा नेता बड़ी संख्या में पहुंच गए थे। पुलिस ने 13 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।


पूरे होटल पर भाजपा का कब्जा, ऊपर के आदेश पर ही खुल रहे गेट


गुड़गांव से  उमाशंकर : जपा के 106 विधायक गुड़गांव से लगभग 40 किमी दूर पटौदी में आइटीसी ग्रांट भारत होटल ठहरे हुए हैं। सभी मंगलवार की देर रात यहां पहुंचे हैं, तभी से बैठकों का दौर चल रहा है। उन्हें ना तो बाहर निकलने दिया जा रहा और ना ही वे किसी से संपर्क कर पा रहे हैं। बुधवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व प्रहलाद पटेल के पहुंचने के बाद हरियाणा मामलों के प्रभारी अनिल जैन भी आईटीसी होटल पहुंच। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मंगलवार रात से ही होटल में जमे हुए हैं। केंद्रीय मंत्री तोमर, पटेल और  हरियाणा मामलों के प्रभारी महासचिव जैन देर शाम होटल से निकल गए। जबकि विजयवर्गीय अंदर विधायकों के साथ ही मौजूद हैं। होटल के 70 से अधिक कमरे भाजपा ने पहले ही बुक करा रखे हैं। लगभग पूरे होटल पर भाजपा का ही कब्जा है। होटल के गेट केवल हाईकमान के आदेश पर ही खुलते हैं। विधायकों को घूमने-फिरने की आजादी नहीं है। होटल से बाहर निकलना तो दूर, बाहर झांकने तक की भी छूट नहीं है। होटल के चारों तरफ गार्ड चक्कर लगा रहे हैं। हालांकि, भाजपा नेता यह मानने को तैयार नहीं हैं कि राजनीतिक उठापटक के चलते चले ही भाजपा विधायकों को आईटीसी होटल में ठहराया गया है। मीडिया से बातचीत में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम यहां छुट्टियां मनाने के लिए आए हैं। हम फेस्टिव मूड में हैं। उन्होंने कहा कि अभी ज्यादा कुछ बताना सही नहीं है। विधायकों को संतुष्ट रखने का सारा दारोमदार विजयवर्गीय के ऊपर है। वह शुरू से ही होटल में डटे हुए हैं। हालांकि, बुधवार की दोपहर तोमर, पटेल और जैन के साथ बैठक में विधायकों के बीच पार्टी के फैसले व कांग्रेस में तोड़-जोड़ की सूचना का आदान-प्रदान हुआ। कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने की सूचना देकर विधायकों का हौसला बढ़ाया गया। 


विधायकों को रिसीव करने खुद एयरपोर्ट पहुंचे गहलाेत 


जयपुर से  हर्ष खटाना : सियासी उठापटक के बीच मध्यप्रदेश से 78 कांग्रेस विधायकों को बुधवार दाेपहर तीन बजे भोपाल से जयपुर लाया गया। तीन विधायक देर रात तक जयपुर पहुंचे। कुल 81 विधायक यहां है। कांग्रेस ने भरोसेमंद 14 विधायकों को भोपाल में ही रोका है। जयपुर के ट्री हाउस रिसाॅर्ट में 38 अाैर ब्यूना विस्टा रिसाॅर्ट में 40 विधायकाें काे ठहराया गया। दाेनाें के अासपास पुलिस के कड़े इंतजाम हैं। कांग्रेस अालाकमान ने इस बाड़ेबंदी की कमान सीएम अशाेक गहलोत काे दी है। गहलाेत खुद इन विधायकों को रिसीव करने जयपुर एयरपाेर्ट पर पहुंचे। सीएम गहलोत ने कहा कि कैसे लोकतंत्र की हत्या हो रही है। हर कोई देख सकता है कि मध्य प्रदेश में किस तरह से विधायकों की खरीद फरोख्त का प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा का ऐसा नंगा नाच कभी नहीं देखा गया है।


ऐसे अवसरवादी पहले ही चले जाते ताे ठीक होता


मंंगलवार दोपहर सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि भाजपा जब देश की अर्थव्यवस्था, लोकतांत्रिक संस्थाओं व सामाजिक ताने बाने के साथ ही न्यायपालिका को बर्बाद कर रही है। राष्ट्रीय संकट के समय कुछ नेता खुद की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए भाजपा से हाथ मिला रहे हैं। सिंधिया ने लोगों के साथ ही विचारधारा से विश्वासघात किया है। जनता इन्हें माफ नहीं करेगी।


राजमाता हमारे बीच हाेतीं ताे गर्व करतीं  


आज यदि राजमाता साहब हमारे बीच होतीं तो इस निर्णय पर जरूर गर्व करतीं। ज्योतिरादित्य ने राजमाता द्वारा विरासत में मिले उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए देशहित में यह फैसला लिया है। मैं व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों तौर पर स्वागत करती हूं। - वसुंधरा राजे


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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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