ग्वालियर । जिले के 92 परीक्षा केंद्रों पर शनिवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के 10वीं के विद्यार्थियों ने समाजिक विज्ञान का पर्चा हल किया। परीक्षा में जिले के कुल दर्ज 31111 विद्यार्थियों में से 29658 ने ही परीक्षा दी, जबकि 1453 विद्यार्थी गैरहाजिर रहे। वहीं जिले में शुक्रवार को 12वीं की परीक्षा के बाद शनिवार को 10वीं बोर्ड परीक्षा का दूसरा नकल प्रकरण बना। शहर के शासकीय कन्या हाई सेकेंड्री स्कूल, रेलवे कॉलोनी में एक छात्रा हाथ से लिखे तीन पेजों से नकल करती पकड़ी गई। नकल प्रकरण संकलन केंद्र अधिकारी शासकीय पद्मा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय द्वारा माशिमं के सचिव को प्रेषित कर दिया गया है।
'कांग्रेसी सरकार के पाकिस्तानी बोल'
माशिमं के 10वीं के सामाजिक विज्ञान के पेपर में पाक अधिकृत कश्मीर को 'आजाद कश्मीर' बताया गया है। इस बात का जिक्र दो बार किया गया है और भारत-पाक युद्ध के सवाल का विवादित जवाब दर्शाया गया है। सोशल मीडिया के साथ ही तमाम सामाजिक संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। फेसबुक पर बीजेपी कार्यकर्ता लिखते हैं कि..दशरथ सिंह बल्लू यादव लिखते हैं..'विवादित प्रश्न मप्र कांग्रेस सरकार का चरित्र उजागर करता है। प्रश्न-पत्र में पाकिस्तानी बोल छपे हैं, क्योंकि कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ है।' पूर्व पार्षद विनोद कुमार अस्टेया का कहना है कि मप्र सरकार पाकिस्तानी भाषा बोल रही है। नवल किशोर बोहरे, अमित जोशी, विष्णु पाल, श्याम सुंदर पाल, राहुल साहू समेत अन्य ने शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरे के इस्तीफे की मांग की है।
90 अंकों का होगा मूल्यांकन
सामाजिक विज्ञान के पर्चे में आए दोनों विवादित प्रश्नों को निरस्त कर दिया गया है। ऐसे में परीक्षा का मूल्यांकन 90 अंकों से किया जाएगा। ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मेधावी विद्यार्थियों का नुकसान करा दिया है।