घुटने से 'एसिड' निकालने का झांसा देकर ठगने वाले दो फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार

इंदौर । तिलक नगर थाना पुलिस ने ऐसे ठगोरों को पकड़ा है जो उपचार का झांसा देकर लाखों की ठगी करता था। आरोपितों ने सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी से घुटने से एसिड निकालने का झांसा देकर ढाई लाख रुपए ठग लिए थे। गिरोह का एक सदस्य फरार है।


एसआई गुलाबसिंह रावत के मुताबिक बख्तावर रामनगर निवासी 70 वर्षीय तरुण पारिख की शिकायत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया था। पारिख ने पुलिस को बताया कि उनके घुटनों में तकलीफ रहती है। तीन दिन पूर्व वे डॉक्टर को दिखाकर घर लौट रहे थे। रास्ते में दीपक शर्मा मिला और कहा उसके दादाजी को यही तकलीफ थी। वह मुंबई के डॉ. हमीद अंसारी को जानता है। उनसे उपचार कराने के बाद दादाजी ठीक हो गए। रोजाना पांच किमी दौड़ते हैं। आरोपित ने पारिख से मोबाइल नंबर ले लिए और डॉ. अंसारी के भी नंबर दे दिए। एक दिन बाद अंसारी का कॉल आया और कहा वह मरीजों को देखने इंदौर आया है। पारिख के घर का पता पूछा और मिलने पहुंच गया।


 

पांच सौ बूंद खून निकाल थमा दिया 3.80 लाख का बिल


पारिख के घर पहुंच अंसारी ने कुछ देर उनके घुटने देखे और कहा यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है। इसे निकालने के एक बूंद के 760 रुपए लगेंगे। आरोपित ने 500 बूंद खून निकाला और एक कागज पर लाइन से जमाकर गिनी। उसने 3.80 लाख रुपए का बिल थमा दिया। पारिख ने कहा कि उनके पास इतने रुपये नहीं है। उन्होंने कुछ कैश दिए और तीन लाख के चेक दे दिए। आरोपित ने खाते से रुपए निकाल लिए। इसके बाद आरोपित ने ढाई लाख की आयुर्वेदिक दवाइयां लिख दीं। शक होने पर पारिख ने इंटरनेट पर सर्च किया तो पता चला कि इस प्रकार की कोई दवा नहीं आती है। पारिख ने पुणे में रहने वाली बेटी और दामाद को घटना बताई और शुक्रवार शाम थाने पहुंचकर केस दर्ज करवाया। एसआई ने मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपित मोहम्मद रिजवान और मो.अली को पकड़ लिया। दोनों ने बताया कि वे मूलतः बूंदी (राजस्थान) के रहने वाले हैं। उनका देवास में डेरा है। वे इसी तरह ठगी करते हैं। गिरोह में एक आरोपित मो.एहसान भी शामिल है। उसकी तलाश की जा रही है।