कोरबा । डॉ. शिव प्रसाद कंवर का कहना है कि किसी वस्तु की सतह पर कोरोनो के वायरस जीवित नहीं रह सकते, इसलिए ऐसे माध्यम से उसका फैलना संभव नहीं। यह एक एयर बांड डिजीज है, जिसमें जब तक किसी संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्तियों का संपर्क न हो, उनमें वायरस संक्रमण का स्थानांतरण संभव नहीं हो सकता। डाक-चिट्ठियों जैसे किसी भी वस्तु को कोरोना वायरस के वाहक के रूप में नहीं देखा जा सकता। बेजान चीजों के सरफेस में चिपककर वायरस चीन से इतनी दूर कई घंटों का सफर कर भारत तक जिंदा नहीं पहुंच सकता। चाहे रंग-गुलाल हो या डाक-पत्र किसी भी कृत्रिम वस्तुओं से वायरस के आने की संभावना बहुत ही दुर्लभ बात है। डॉ. कंवर ने कहा कि पैकेज्ड फूड को बहुत दिनों तक रखकर खाना, चिकन या नॉनवेज के जरिए भी कोरोना होने की बात सिर्फ अफवाह है। श्वास शिष्टाचार का पालन करें।
रद्द हो सकता है आठ दिन का राहत शिविर
टाइम-लिमिट बैठक के दौरान कलेक्टर किरण कौशल ने कोरोना वायरस सेबचाव के लिए स्वास्थ्य अमले को जागरूकता अभियान चलाने व अस्पतालों में अतिरिक्त वार्ड गठित करने का निर्देश जारी किया है। जारी आदेश से निगम क्षेत्र में 19 से 27 मार्च तक चलने वाली राहत शिविर स्थगित होने की संभावना बढ़ गई है। चिकित्सालय पहुंचने वाले मरीजों की सघनता से जांच व दक्षिण-पूर्वी देशों जैसे चीन, जापान, थाईलैंड से औद्योगिक प्रबंधनों के काम से आने वाले व्यक्तियों को स्वाब सैंपल लेने का निर्देश जारी किया है। उन्होंने सीएमएचओ डॉ. बीबी बोडे को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन व कोरोना के संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन में रखे जाने कहा। सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार आदि लक्षणों की भी गंभीरता से जांच करने कहा गया है।
जनसमस्या निवारण शिविर स्थगित
कोरोना के डर को देखते हुए प्रशासन ने सोहागपुर में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर को भी स्थगित कर दिया गया है। यह शिविर शनिवार को रखा जाना निर्धारित किया गया था, जिसे एक दिन पहले शुक्रवार को अचानक रद्द किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं।