चांद बाग में दंगाइयों की पत्थरबाजी में आईबी कॉन्स्टेबल की मौत, परिवार की मदद करने आ रहे थे

नई दिल्ली / हिंसा प्रभावित चांद बाग इलाके में बुधवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो के हेड कॉन्स्टेबल अंकित शर्मा का शव बरामद हुआ। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अंकित पत्थरबाजी का शिकार हुए। उनके पिता भी आईबी में ही हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए गुरु तेग बहादुर अस्पताल भेजा गया है। दिल्ली हाईकोर्ट में एक सुनवाई के दौरान जस्टिस एस. मुरलीधर और जस्टिस अनूप जे. भंभानी की बेंच ने अंकित की हत्या को बेहद दुखद बताया। हाईकोर्ट ने आला अफसरों से कहा कि वो स्वयं जाकर अंकित के परिवार से मिलें। दरअसल, अंकित परिजन के फोन करने पर घर आ रहे थे। इस दौरान पत्थरबाजी में जान गंवा बैठे। ऑटोप्सी के लिए उनका शव ले जाया गया है। अंकित के भाई ने बताया कि मंगलवार शाम अचानक दंगाइयों ने गली में घुसकर पथराव और आगजनी शुरू कर दी। परिजन ने मदद के लिए अंकित को फोन किया। अंकित जब घर आ रहे थे, तभी दंगाई उन्हें अपने साथ ले गए। इसके बाद उनका कोई सुराग नहीं मिला। 26 वर्षीय अंकित 2017 में आईबी में भर्ती हुए थे। चांद बाग इलाके में मंगलवार शाम से ही यह खबर थी कि दंगाइयों ने किसी शख्स को मारकर नाले में फेंक दिया है। हालांकि, अब यह साफ हो गया है कि मारा गया शख्स अंकित ही था। 


आप नेता पर आरोप
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अंकित के पिता रविंद्र शर्मा ने बेटे की हत्या के लिए आम आदमी पार्टी के नेता को जिम्मेदार ठहराया है। आरोप है कि अंकित के साथ पहले मारपीट की गई। इसके बाद उन्हें गोली मार दी गई।  


केजरीवाल ने शोक जताया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंकित की मौत पर शोक व्यक्त किया। केजरीवाल ने कहा- यह बेहद दुखद है। दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। 22 लोग पहले ही जान गंवा चुके हैं। उम्मीद करता हूं कि दिल्ली जल्द ही इस दौर से बाहर आ जाएगी।