बिना रीडिंग बिल, किसानों ने सौंपा 11 सूत्रीय ज्ञापन

चारामा । विकासखंड के अंर्तगत आने वाले समस्त ग्राम पंचायतों के पंप कृषकों ने विद्युत विभाग की लापरवाही और बिना रीडिंग के मनमाने बिल भेजे जाने एवं अनियमितता को लेकर शुक्रवार को कृषक संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने कलेक्टर से मिलकर समस्याओं पर चर्चा करते हुए उन्हें समस्याओं के निदान हेतु 11 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। इन मांगों को पूरा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। किसानों द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि पंप कृषक गत विधानसभा चुनाव के पूर्व शासन के निर्धारित नियमानुसार प्रति एचपी 60 के हिसाब से प्रतिमाह 3 एचपी एवं 5 एचपी पंप का 300 रुपए की राशि विद्युत मंडल कार्यालय में बिजली बिल भुगतान करते आ रहे थे। लेकिन वर्तमान विधानसभा चुनाव के बाद छग शासन के द्वारा किसानों के कृषि पंप 3 एचपी एवं 5 एचपी पम्प पर 6000 से 7500 यूनिट खपत वार्षिक छूट की घोषणा किया गया है। यह वर्तमान में छतीसगढ़ के सभी जिलों में लागू हो गया है। विकासखण्ड क्षेत्र के समस्त कृषि पम्पों के कृषकों केा यूनिट में छूट न देकर बगैर रीडिंग लिये 2000 रुपए से 10000 रुपए की राशि का प्रतिमाह एवरेज बिल थमाया जा रहा है। जो पूर्व मे 60 रुपए प्रति एचपी बिजली बिल के हिसाब से 30 गुना अधिक है। बिजली बिल की अनियमिता से शोषित समस्त किसान अपनी समस्याओं का निदान हेतु सहायक यंत्री वर्मा से सम्पर्क किया जिसमें 5 दिन मे समस्या के निदान का आश्वासन दिया था लेकिन 5 दिन बीत जाने के बाद सहायक यंत्री से सम्पर्क करने पर बिजली बिल के प्रति कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया। कुछ किसानों के बिजली के बिल में सुधार कर राशि कम कर किसानों को संतुष्टि दिलाने की कोशिश की गई। असंतुष्ट होने पर किसान संगठित होकर अपनी 11 सूत्रीय मांगों केा लेकर कृषि पम्प विद्युत बिल में अनियमितता एंव सहायक यंत्री के कार्य में निष्क्रियता कार्रवाई चाहते हैं। विद्युत मंडल को दी चेतावनी : किसानो ने कहा है कि उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई की जाए। मांग पूरी नही होने पर अधिकारो के लिए कृषक संगठन आंदोलन करेगा, जिसकी जवाबदारी विद्युत मंडल की होगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान संरक्षक रामाधर साहु, भानुराम साहु अध्यक्ष, मनीराम साहू कोषाध्यक्ष, सदस्य गण विष्षक सिन्हा, कृष्ण कुमार, हलालराम साहु, विष्णु देवांगन, अयोध्या यादव, हिरदेराम यादव, कृष्णा यादव सहित अन्य किसान उपस्थित थे। की गई मांगें : किसानों द्वारा 11 सूत्रीय मांग है कि वर्तमान में बिजली बिल का सुधार 3 एचपी एवं 5 एचपी के कृषि पम्पों पर समान राशि के रूप मे हो जो 60 रुपए प्रति एचपी के अनुसार हो। शासन द्वारा दिये गये यूनिट मे दिये गये छूट खत्म होने के बाद प्रतिमाह बिजली बिल जारी किया जाये। जिसमें शासन द्वारा दिये गये छूट 3 एचपी और 5 एचपी के हिसाब से बिल अंकित हो। प्रतिमाह एवेरेज बिल को समाप्त किया जाये। कृषि मोटर पम्प का रीडिंग 1 अप्रैल से अंतिम वर्ष 30 मार्च तक सालाना हो। 1 अप्रैल से अंितम 30 मार्च तक कृषकों का वार्षिक यूनिट खपत एंव जमा राशि का आय व्यय अंतिम बिजली बिल में प्रस्तुत करे। बिजली बिल में नियत मांग प्रभार, उर्जा विकास उपकर, वीसीए चार्ज समाप्त किया जावे। कृषि मोटर पम्प में थ्री फेस मीटर लगावे। मीटर खराब होने पर तुरन्त नया मीटर लगावे एवं बिजली बिल में मीटर किराया न जोड़ा जावे। प्रत्येक ट्रांसफार्मर में सर्किट एंव केबल तार नगर सही एवंसुरक्षित हो, कई स्थानो पर पोल से पोल की दूरी वाला तार ढीला हो गया है उसे सुधार किया जाये।