भाईदोज पर तिलक करने जेल पहुंची बहिनें लौटी निराश, फोन पर भाईयों को दिलाई अपराध नहीं करने की कसम

डबरा। हर भाईदोज पर अपने भाईयों के यहां टीका करने जेल में पहुंचने वाली बहनें इस बार भाईयों के यहां टीका नहीं कर पाई। क्योंकि जेल प्रबंधन ने भाईयों से मुलाकात खुले में नहीं कराने की जगह शीशा बंद खिड़कियों से कराई। जहां फोन के माध्यम से बहने अपने भाईयों का हाल चाल पूछती नजर आई। कई बहनें रोली और हल्दी लेकर पहुंची थी जो खुले में मुलाकात की अनुमति नहीं होने के कारण उनको फोन पर बात करने से संतोष करना पड़ा। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखते हुए फोन से मुलाकात कराने के लिए कहा गया था। इस निर्देश के मिलने के बाद जेलर ने फोन पर ही मुलाकात बहनों को कराई। जहां बहनों ने अपनी मांग रखी कि कम से कम भाईदोज को थोड़ी अनुमति मिल ही जानी चाहिए। जिससे अपने भाईयों के यहां टीका कर सकें। इधर उपजेल अधीक्षक नरेंद्र कटारे से इस संबंध में कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खुले में होने वाली मिलाई को बंद किया गया है। प्रशासन के साफ निर्देश थे कि भाईदोज पर आने वाली कैदी भाईयों की बहनों से मुलाकात सिर्फ फोन के माध्यम से कराई जाए। इस निर्देशों को ध्यान में रखकर यह व्यवस्था बनाई गई है। जेल प्रशासन भोपाल एवं स्थानीय डबरा एसडीएम राघवेंद्र पांडे द्वारा निर्देश मिले हैं जिनका पालन जेल प्रबंधन कर रहा है। जेल में बंद अपने भाईयों से मिलने के लिए बहने पहुंचती रही। इस खास मौके पर बहनों ने अपने भाईयों को शपथ दिलाई कि वह आगे से कोई आपराधिक कार्य नहीं करेंगे। बहनों की बात पर कैदी भाईयों ने भी भरोसा दिलाया।