बाल्को पुलिस पर शराब के मामले में रिश्वत लेकर छोड़ने का आरोप

कोरबा । पूर्व गृहमंत्री एवं रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने विधानसभा में बाल्को पुलिस पर अवैध शराब बेचने वाले को पैसे देकर छोड़े जाने का मामला उठाया। उधर एक शिकायत में कहा गया है कि कच्ची शराब पीते हुए पुलिस ने उसे पकड़ा और अवैध शराब बेचे जाने का मामला बनाने की धमकी देते हुए 27 हजार की मांग की गई। 22 हजार रुपये दिए जाने पर पुलिस ने उसे रिहा किया। गुरुवार को विधानसभा में सत्र के दौरान राज्य में अवैध शराब बिक्री का मामला छाया रहा। ननकीराम कंवर ने सीधे तौर पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा से पूछा कि अवैध शराब धड़ल्ले से राज्य में बेचा जा रहा है। इस पर अंकुश क्यों नहीं लगाया जा रहा। तब लखमा ने कहा अवैध शराब बाहर प्रांत से आ रहा और उस पर कार्रवाई की जा रही। इस बीच ननकीराम ने कहा कि आप पुलिस शराब पकड़ रही कह रहे और उधर बाल्को थाना में शराब बेचने वालों को पैसे लेकर छोड़ दिया गया। इस पर लखमा ने कहा लिखित शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही बासिनखार में रहने वाले धनसाय यादव ने पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा को लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि धीरसाय अगरिया, रनसाय यादव, रामसाय यादव को कच्ची शराब पीते हुए पकड़ा गया था। 27 हजार रुपये की मांग छोड़ने के लिए की गई। 22 हजार रुपये तत्काल दिया गया और पांच हजार रुपये बाद में देने की बात कही गई थी। इसकी वसूली के लिए परमा नामक आरक्षक लगातार फोन पर दबाव बना रहा था। इस घटना की जानकारी जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 20 मोनिका भगत को दी गई और उनके पति अरविंद भगत ने पुलिस कर्मी से बात की। इसके बाद भी पैसे के लिए दबाव बनाया गया। इस बीच आरक्षक परमा ने धनसाय को ओमपुर ग्राउंड में बुलाया और जमकर मारपीट की। थाना ले जाकर भी उसे शराब और गांजा के झूठे मामले में फंसा देने की धमकी दी गई। उसकी पत्नी सविता पैसे लेकर थाना पहुंची तब उसे छोड़ा गया। प्रार्थी धनसाय का कहना है कि मारपीट से उसकी आंख से ठीक से दिखाई नहीं दे रहा। इस मामले की शिकायत मोनिका भगत ने भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से की है।


 

मामले ने तूल पकड़ा, कार्रवाई के निर्देश


यहां बताना आवश्यक होगा कि विधानसभा में अवैध शराब का मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डीजीपी डीएम अवस्थी को अवैध शराब के मामले में सख्त कार्रवाई करने कहा है। इसके साथ ही डीजीपी ने पुलिस अधीक्षकों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, साथ ही डीजीपी ने कहा है कि जिस भी थाना क्षेत्र के अंतर्गत अवैध शराब बिक्री का मामला सामने आएगा, उस थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि विधानसभा में उठे बाल्को के मामले में क्या कार्रवाई होती है।