इंदौर / सराफा का स्वरूप भी बदला जाएगा। राजबाड़ा, इमामबाड़ा, विजय चाट, सराफा, छोटा सराफा, थाने और फिर बजाजखाना की पार्किंग तक इस बाजार की यहां मौजूद रोड की चौड़ाई नौ मीटर है, जिसे 12 मीटर किया जाएगा। इसके लिए सारे ओटले तोड़े जाएंगे। यूटिलिटी सहित सारी लाइनें, वायरिंग अंडरग्राउंड रहेंंगी। अब तक सराफा में दिन में ज्लेवरी शॉप चलती हैं और रात में उन्हीं के ओटलों पर खाने-पीने की दुकानें लग जाती हैं। नए पैटर्न में ओटलों पर कोई दुकान नहीं लगेगी क्योंकि ओटले ही हट जाएंगे। सड़क चौड़ी होने के बाद वहां दुकानदारों को एक जैसे काउंटर दिए जाएंगे।
डिजाइन : सभी दुकानें एक जैसी होंगी
राजबाड़ा से सराफा और बजाजखाना चौक तक सड़क बनाने पर 15 करोड़ खर्च होंगे। यहां की दुकानों की बाहरी डिजाइन एक जैसी बनाने के लिए करीब 24 करोड़ रुपए खर्च होना हैं। प्लानिंग है कि यह खर्च व्यापारियों से ही लिया जाएगा। यह राशि दिल्ली के रेट के हिसाब से है जो कम या ज्यादा हो सकती है। इस राजबाड़ा के सामने अन्ना भैया की दुकान सहित अन्य दुकानों की बाहरी डिजाइन भी बदली जाएगी।
खर्च : दुकानदारों से लेंगे बैटरमेंट टैक्स
सड़क बनाने में भी कंपनी बैटरमेंट टैक्स के नाम पर दुकानदारों से ही राशि लेगी। स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ संदीप सोनी ने बताया कि सराफा का पूरा मॉडल बोर्ड बैठक में तय हुआ है। इसके लिए पहले शहर के आर्किटेक्ट, दुकानदारों और अधिकारियों की कमेटी बनेगी। इसमें तय होगा कि कितना खर्चा होना है? दुकानदार या निगम इसे आपस में कैसे बांटेंगे? इसका पूरा खाका तैयार कर एक महीने बाद बोर्ड में रखा जाएगा। तब टेंडर जारी होने के साथ अगली प्रक्रिया होगा।
आपत्ति : नो व्हीकल जोन न बनाएं
सराफा के विकास का मॉडल सोमवार को निगमायुक्त आशीष सिंह और स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ संदीप सोनी ने वहां के व्यापारियों को बताया। व्यापारियों ने कहा कि सराफा काे नो-व्हीकल जोन बनाने के बजाय ग्राहकों को दुकान तक वाहन लाने की छूट दी जाए। बदलाव करने के लिए अधिकारी बाजार में आकर बात करें। अधिकारियों ने विचार करने की बात कही।