अमन को दंगाइयों की नजर न लगे, रात को दोनों समुदाय के लोग जागकर देते हैं पहरा

नई दिल्ली / दिल्ली में तीन दिन चले दंगे के बाद हालात सामान्य करने की कोशिश में एजेंसियां जुटी हैं। पहले धारा 144 लगाई, देखते गोली मारने के आदेश दिए और अब विश्वास बहाली को नव नियुक्त पुलिस आयुक्त ही नहीं बल्कि उपराज्यपाल अनिल बैजल भी लोगों के बीच पहुंचे।


जुमे की नमाज दो टुकड़ों में की गई


बृजपुरी में रहने वाले अकरम बताते हैं कि सब मिल-जुलकर रहते है। लेकिन रात में पहरा दे रहे हैं। दोनों तरफ के लोग जगते हैं। रात को छतों पर रहते हैं। चाय कभी हिंदू भाई के घर से आती है तो कभी मुस्लिम भाई के घर वाले दे जाते हैं। दंगे का डर या तनाव आप इससे समझ सकते हैं कि जुमे की नमाज दो टुकड़ों में की गई। कुछ नमाज पढ़ने गए तो कुछ पहरा दे रहे थे। तकरीर में शांति से रहने की बात भी कही गई है। मुख्य प्रवेश सीलमपुर रेड लाइट के पास फ्लाईओवर पर वाहन चालक रुककर देखते हैं बेरिकेट्स कर रखा है और पुलिस बल तैनात है। दोनों तरफ पुलिस हथियार के साथ खड़ी है। आगे बढ़कर सीलमपुर मार्केट से ब्रह्मपुरी रोड की तरफ जाने की सोचेंगे तो गौतमपुरी के पहले आपको पुलिस बेरिकेट्स लगाकर खड़ी मिलेगी और आगे सीधे जाने की मनाही। गली में बढ़े तो किसी गली में बल्ली लगाकर तो नाले की साथ की मुस्लिम बहुल इलाके तरफ एक गली में तो लोहे की जाली ठोककर गली बंद कर रखी थी। छिटपुट दुकान खुले हैं लेकिन ज्यादातर बंद हैं। जाफराबाद स्कूल से आगे जाफराबाद में जाने के लिए एक पतली गली है जिसे बल्ली और बोरी लगाकर बंद कर दिया गया है। पैदल निकल सकते हैं लेकिन वाहन दंगा खत्म होने के तीन दिन बाद भी लेकर जाने की जगह नहीं है।


सीसीटीवी का डीवीआर दंगाई ले गए


मौजपुर चौक पर जाएं तो यहां पुलिस की बड़ी मौजूदगी है। मौजपुर से आगे बढ़ने पर एक तरफ यमुना विहार और दूसरी तरफ कर्दमपुरी है। यहां यमुना विहार की तरफ हालात सामान्य से दिखाई दिए जबकि कर्दमपुरी साइड में पुलिस मौजूद है और गलियों से बाहर आने से लोग बच रहे हैं। फिर वजीराबाद रोड पर पहुंचे तो जगह-जगह सड़क किनारे वाहन जले खड़े हैं। चांद बाग पुलिया के पास मुरारी लाल सिर्फ वो जगह देखने पुरानी दिल्ली से आए थे जिस नाले में अंकित शर्मा का शव फेंका गया। मुरारी लाल ने बताया कि ताहिर हुसैन का घर भी देख लिया। चांद बाग से बाहर निकलकर गोकलपुरी की तरफ निकले तो बृजपुरी में विक्टोरिया स्कूल है जो दंगे की भेंट चढ़ा। खूब पत्थर चलाए गए, सीसीटीवी का डीवीआर दंगाई ले गए। दो स्कूल बस और दो वैन फूंक दी। गार्ड ने बताया कि साहब अभी छुट्‌टी है लेकिन स्कूल खुलेगा तो बच्चे कैसे आएंगे।


हिंसाग्रस्त इलाकों की सड़क से हटाए 20 टन ईंट-पत्थर, फूंकी गईं 17 कार पुलिस के हवाले कीं


नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के इलाकों में हुई हिंसा में उपद्रवियोंे ने जमकर ईंट-पत्थर चलाए। सड़कों पर फैले ईंट-पत्थर के मलबे और हिंसा में फूंके गए वाहनों को उठाने के काम में ईस्ट एमसीडी जुटी हुई है। सड़कों से अब तक 20 टन मलबा उठाया जा चुका है। इसके अलावा अनेक वाहन उठाकर पुलिस के हवाले किए गए हैं। हिंसाग्रस्त जाफराबाद, मौजपुर, भजनुपरा, यमुना विहार, करावल नगर, चांद बाग आदि इलाकों से मलबा उठाए जाने का काम ईस्ट एमसीडी गुरुवार सुबह से कर रही है। गुरुवार रात से जलाए गए वाहनों को भी क्रेन की मदद से उठाया गया है। शाहदरा नॉर्थ के डिप्टी कमिश्नर रनेन कुमार ने बताया कि हमारे कर्मचारी गुरुवार सुबह से ही सड़कों पर पड़े मलबे को उठाने के काम में जुटे हैं। अब तक करीब 20 टन मलबा उठाया जा चुका है। अभी तक 17 कार, 11 ऑटो रिक्शा, एक-एक मिनी बस और टेक्टर सड़कों से उठवाकर संबंधित थाने में भेजे गए हैं। बता दें कि इस हिंसा में सैकड़ों वाहनों को आग लगा दी गई थी।