दतिया। मध्यप्रदेश में चल रहे राजनैतिक द्वंद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद सियासी दावपेंच में अव्वल कहे जाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को लेकर भी चर्चाएं गर्म होने लगी। खासकर स्थानीय स्तर पर इस नाम को लेकर कई संभावनाएं भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में घर करने लगी हैं। सूत्रों के हवाले से माना जा रहा है कि पार्टी के लिए जोड़ तोड़ के सभी प्रयास करने के लिए विवादों में आते रहे पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी प्रदेश के मुख्यमंत्री की लिस्ट में शामिल कर सकती है। इस बात को लेकर नईदुनियां ने वरिष्ठ भाजपा नेताओं से बात की। उन्होंने कहा, कि यह पार्टी के वरिष्ठों का निर्णय है। पार्टी जो भी निर्णय लेगी वह सर्वमान्य होगा।
यह दतिया के लिए खुशी की बात होगी
पदों का चुनाव पार्टी के वरिष्ठों का काम है। वहीं निर्णय पार्टी करेगी। वह सर्वमान्य होगा। ऐसे में यदि दतिया के पक्ष में कोई निर्णय होता है तो वहीं दतिया के लिए बड़ी बात होगी। पार्टी जिसे भी जिम्मेदारी सौंपेगी। वह ही उस जिम्मेदारी को निभाएगा।
पार्टी का निर्णय सर्वमान्य
यह भारतीय जनता पार्टी ही है। किसी भी कार्यकर्ता की कार्यशैली को देखकर उसे पद प्रदान करती है। हम तो छोटे से कार्यकर्ता है। यह तो वरिष्ठों का निर्णय है, जो भी विधायक दल का नेता होगा। वह ही मुख्यमंत्री बनेगा।
घनश्याम पिरौनियां, पूर्व विधायक भाजपा।
शीर्ष नेतृत्व तय करेगा
हम तो पार्टी के जिला स्तरीय कार्यकर्ता हैं। इतने बड़े निर्णय तो पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा। पार्टी में जो जिम्मेदारी जिसको सौंपेगी। वह उस जिम्मेदारी का निर्वाहन करेगा।