यूपी जनपद औरैया में रविदास जयंती आज शनिवार को सूरजमुखी मुनागंज पब्लिक स्कूल बघुआ जनपद औरैया में धूमधाम से मनाई गई


 यूपी जनपद औरैया में रविदास जयंती आज शनिवार को सूरजमुखी मुनागंज पब्लिक स्कूल बघुआ जनपद औरैया में धूमधाम से मनाई गई 




 लखनऊ / यूपी जनपद औरैया में रविदास जयंती आज शनिवार को सूरजमुखी मुनागंज पब्लिक स्कूल बघुआ जनपद औरैया में धूमधाम से मनाई गई। रविदास जयंती के अवसर पर विद्यालय के बच्चों और अध्यापकों ने उन्हें पुष्प अर्पित  कर नमन किया।इस अवसर पर वक्ताओं ने सन्तशिरोमणि सद्गुरु रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
सन्त रविदास सन्त परम्परा की एक महत्वपूर्ण कड़ी थे जिन्होंने सामान्य जनता की भाषा में सर्वाधिक सरलतापूर्वक अपने विचारों को जनमानस के सामने रखा। उन्होंने तत्कालीन युग में प्रचलित तथा परंपरा में व्याप्त धर्म के वाह्य आडम्बर, मूर्ति पूजा तथा अंधविश्वास का बड़े तार्किक और मार्मिक ढंग से विरोध किया। उनकी साधना की मूलभूत मान्यता लोककल्याण थी।वे उस व्यक्ति को ही साधू मानते थे जिनके कार्यों द्वारा लोककल्याण हो।
उन्होंने सत्संग को साधना के क्षेत्र में अत्यंत लाभप्रद बताया है ।उनके अनुसार जिस प्रकार विभिन्न स्थानों का गंदा पानी गंगा में मिलकर गंगाजल का रूप धारण कर लेता है ठीक उसी प्रकार एक साधारण व्यक्ति भी सत्संग के प्रभाव से महान बन जाता है। उन्होंने कहा कि सत्संग से ही भक्ति की प्रेरणा उत्पन्न होती है।
सन्त रविदास की विचारधारा आज भी प्रचलित सामाजिक अंतर्विरोधों एवं समस्याओं का समाधान निकालने में प्रासंगिक है।उनका जीवन ,विचारधारा तथा अभिव्यक्ति आज के परिपेक्ष्य में समझी जाए तो आज के समाजसुधारकों और अग्रणी व्यक्तियोँ के प्रति वह पर्याप्त मार्गदर्शक बन सकती है।उनकी वाणी में दीनहीन और शोषितों के प्रति एक विकल पीड़ा,अपमान के विरुद्ध समाधान में प्रतिपल घुटन और समस्याओं के प्रति एक जागरूक दृष्टि थी। ऐसे महान संत के जन्मदिवस पर हम लोग उन्हें सादर नमन करते हैं।