स्वास्थ्य मंत्री ने 14 दिन पहले कहा था- हम कराएंगे इलाज

स्वास्थ्य मंत्री ने 14 दिन पहले कहा था- हम कराएंगे इलाज


मदद तो दूर कोई सुध लेने भी नहीं आया


भाेपाल  / ये है पांच साल का ओम। वेस्कुलर ट्यूमर के कारण इसकी एक आंख डेढ़ महीने से फूलकर बाहर आ गई है। दिखाई देना बंद हो गया है। इलाज में 25 लाख रुपए खर्च होने हैं। चांदबड़ निवासी माता-पिता अपनी जमा पूंजी पहले ही अब तक हुए इलाज में खर्च कर चुके हैं। 25 जनवरी को स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा था कि ओम के इलाज की जिम्मेदारी अब सरकार की है। अच्छे अस्पताल में इलाज कराया जाएगा।


लेकिन, अब तक कोई मदद नहीं मिली है। ओम के पिता महेश मंडीदीप की फैक्ट्री में छह हजार रुपए प्रतिमाह की नाैकरी करते हैं। अब करीब एक माह से वे अार्थिक मदद के लिए सीएम हाउस, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग से लेकर कलेक्टोरेट तक अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं।


हमीदिया में तो डॉक्टरों ने देखा तक नहीं
ओम की मां सुनीता ने बताया कि जाे आंख ज्यादा बाहर अा गई है वह अब सूखने लगी है। उस पर पीली परत जम गई है। स्वास्थ्य मंत्री के अाश्वासन के बाद अाेम काे हमीदिया में भर्ती काे किया था। लेकिन, डाॅक्टराें ने देखा तक नहीं। तीन दिन बाद फिर छुट्टी कर दी। मेरे बेटे की अांख ताे जा चुकी है अब जान बचाने की चिंता है।


25 जनवरी काे... ओम का इलाज अब हमारी जिम्मेदारी है। देश के अच्छे से अच्छे अस्पताल में अाैर बेहतर से बेहतर नेत्र राेग विशेष से उपचार कराया जाएगा। इस पर जितना भी खर्च अाएगा यह प्रदेश सरकार वहन करेगी। -तुलसी सिलावट, स्वास्थ्य मंत्री


7 फरवरी को बोले... हमारा उनके परिवार से संपर्क नहीं हाे पाया। वे कल इंदाैर आ जाएं, यहां तत्काल इलाज कराया जाएगा। जरूरत पड़ी ताे बाहर भी भेजेंगे।