शहर को स्मार्ट बनाने के लिए आपस में समन्वय बनाकर तेजी से करें कार्य: श्री शेजवलकर![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhJuA3KxnT23mMLM2V07OEjPJVuE8F2sOLx-dCqGFntUCYxhjH8uCsJO7FaaDAqJMXob2BFKunzmZ_2XXYERUAKGBUy-occgTMmUz1iUrq8gaAHpMW3ITTtfLZQfVXKXpXAmmZuWXutvQ/)
ग्वालियर l स्मार्ट सिटी परियोजना से शहरवासियों को जोड़ा जाए। शहर के बुद्धिजीवियों से स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत सुझाव लिए जाऐं। समाज के विभिन्न वर्गों के साथ संवाद कार्यक्रम कर स्मार्ट सिटी के कार्यों को गति प्रदान की जाए। स्मार्ट सिटी के तहत एबीडी क्षेत्र के बाहर किस तरह से विकास कार्य संभव हो सकते हैं। इसका प्रस्ताव तैयार किया जाए। यह बात क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने स्मार्ट सिटी एडवाइजरी फोरम की बैठक में कही।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, विधायक मुन्नालाल गोयल, प्रवीण पाठक, कलेक्टर अनुराग चैधरी, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन, कृष्णराव दीक्षित, अपर कलेक्टर किशोर कान्याल, सीईओ स्मार्ट सिटी महीप तेजस्वी, आरटीओ एमपी सिंह सहित सलाहकार समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में ग्वालियर हेविटेट एण्ड ट्रेड सेंटर और इंटर स्टेट बस टर्मिनल की भूमि को लेकर चर्चा में सांसद श्री शेजवलकर ने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए एयरपोर्ट के आसपास की भूमि का सर्वे करायें तथा परियोजना के उपयुक्त भूमि का चयन करें। यदि एबीडी के क्षेत्र के बाहर की भूमि भी ली जानी है। तो इसको लेकर केन्द्र स्तर पर प्रस्ताव भेजें।
बैठक में यूनिफोर्म कोड साइनेज को लेकर भी चर्चा की गई जिसमें स्मार्ट सिटी सीईओ श्री तेजस्वी ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया कि ग्वालियर के प्रमुख बाजारों में भी अन्य शहरों की तरह दुकानों के बोर्ड एक साइज व एक कलर के साइन बोर्ड लगाये जाने हैं जिससे शहर की सुंदरता में इजाफा होगा। जिस पर सलाहकार समिति के सदस्यों ने कहा कि पहले दुकानदारों के साथ समनवय किया जाये। फिर आपसी सहमती के बाद योजना का क्रियानवयन करें।
बैठक में स्मार्ट कार्ट हाॅकर्स जोन को लेकर भी चर्चा की गई जिसमें हाॅकर्स जोन में खडे होने वाले ठेलों को विशेष प्रकार से तैयार किया जायेगा। जिससे हाॅकर्स जोन में खडे होने वाले ठेलों में एकरूपता आयेगी और सुंदरता भी बडेगी। इसको लेकर समिति के सदस्यों ने इसे फूलबाग चैपाटी पर प्रायोगिक तौर पर लागू करने की अनुमति प्रदान की गई।