षड्यंत्र रचने वालों के गांव खिड़किया से 2 हिरासत में 

षड्यंत्र रचने वालों के गांव खिड़किया से 2 हिरासत में


इनमें वो युवक भी- जिसे किसान उठा ले गए थे, बाकी आरोपी गुजरात भागे


धार / जिले के खिड़किया में मॉब लिंचिंग की घटना पूर्व नियोजित थी। हालांकि बदमाशों को ये अंदाजा नहीं था कि इसमें हत्या हो जाएगी। पुलिस लगातार इस मामले में वीडियो के आधार पर सर्चिंग कर रही है। अलग-अलग टीमें बनाकर कुछ गांवों-मजरों में भेजी गई हैं। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले रखा है। ये दोनों पिता-पुत्र हैं और षड्यंत्रकर्ता आरोपियों के गांव से ही हैं। पुलिस अभी पूछताछ में जुटी है, ताकि फरार आरोपियों की लोकेशन पता कर उन्हें भी पकड़ा जा सके। इसलिए अभी खुलासा नहीं किया जा रहा। इधर, मुख्य आरोपियों के गुजरात भागने की सूचना भी है। 5 फरवरी को एडवांस दिए रुपए लेने गए 6 किसानों को भीड़ ने पत्थर, लाठी से पीटा था, जिसमें कार ड्राइवर की मौत हो गई थी, जबकि 5 किसानों को गंभीर चोट आई थी। यह सभी किसान उज्जैन जिले के लिंबी पिपलिया के रहने वाले हैं।


धार जिले में मनावर तहसील और तिरला थाना इलाके में आने वाले गांव खिड़किया में जब भास्कर टीम पहुंची, तो आरोपियों को लेकर कई बातों का खुलासा हुआ। खिड़किया गांव में पांच-छह मजरे हैं। इन मजरों में पुरुष नहीं हैं। खिड़किया गांव घाट की तलहटी में बसा हुआ है। यह 3 किमी का घाट है। इसमें करीब 30 मोड़ आते हैं। जब भी काेई वाहन घाट उतरता है, ताे वह दूर से ही दिख जाता है। उज्जैन के जाे किसान खिड़किया आए थे, उनकी कार काे भी गांव के लाेगाें ने दूर से ही देख लिया था। गांव में काेई कुछ बाेलने काे तैयार नहीं हुआ। कुछ लाेगाें ने दबी जुबान में बताया कि गांव के पुरुष गुजरात चले गए हैं।


कई घरों पर लगे ताले
भुवान के घर पर भी ताला लटका है। वह भी घटना के दिन से ही गायब है। अवतार के घर में महिलाएं ही हैं। खिड़किया में गुरुवार काे भुवान के भाई की बेटी की शादी थी, लेकिन माॅब लिचिंग की घटना के बाद खिड़किया के सभी पुरुष गांव छाेड़कर भाग गए। कछावदा के पास के गांव से खिड़किया में गुरुवार की शाम काे बारात आई थी। हालांकि बेटी काे पिता के बिना ही विदाई लेनी पड़ी।


एक और वीडियो आया सामने
मॉब लिंचिंग का एक और वीडियो शुक्रवार को सामने आया। इसमें एक किसान को घेरकर कई लोग डंडों, पत्थर, लात-घूसों से पीटते दिख रहे हैं। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो किसान को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। कम उम्र के कुछ युवक इस तरह किसान पर हमला कर रहे थे, जैसे उसकी जान ही लेना चाहते थे। 2 मिनट 11 सेकंड के इस वीडियो को देखकर रूह कांप जाए। हालांकि, आखिर में टीआई (अब निलंबित) युवराज सिंह टीम के साथ पहुंचे और किसान को बचाया।


भास्कर टीम पर हमले का प्रयास...


टीम जब मॉब लिंचिंग की घटना की जानकारी लेने आरोपियों के गांव खिड़किया पहुंची, तो पूरे गांव में सन्नाटा था। महिलाएं और कुछ बच्चे नजर आ रहे थे। पूछताछ के बाद जब टीम गांव और मकानों पर लगे ताले के फोटो ले रही थी, तो कुछ बच्चों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिए। हालांकि, महिलाओं के चिल्लाने के बाद वे भाग गए।