फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से हथिया ली 1500 करोड़ की 94 एकड़ जमीन पांच गिरफ्तार

फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से हथिया ली 1500 करोड़ की 94 एकड़ जमीन


पांच गिरफ्तार


भोपाल / भू-माफिया के खिलाफ चल रहे अभियान में शुक्रवार को राजधानी की कोहेफिजा पुलिस ने जमीन के बड़े खेल का खुलासा किया। तीन साल चली जांच के बाद पुलिस ने तिलक सहकारी गृह निर्माण सोसायटी के अध्यक्ष रिटा. कर्नल भूपेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष व होटल सूरज के संचालक शफीक मोहम्मद सहित पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही 14 समिति पदाधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक इन सभी पर एयरपोर्ट रोड की 93.5 एकड़ जमीन फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी (मुख्तारनामा) के जरिए हथियाने और इस पर इंद्रविहार कॉलोनी बनाकर 1700 से ज्यादा लोगों को प्लॉट बेचने का आरोप है। जमीन की कीमत करीब 1500 करोड़ रुपए है।


किसे प्लॉट मिलेंगे, जांच तय करेगी : अब सहकारिता विभाग इस सोसायटी के दस्तावेजों की जांच करेगा। सहकारिता सहायक आयुक्त छविकांत वाघमारे ने कहा है कि तिलक सोसायटी में अनेक मकान बन चुके हैं। इस जमीन पर किसे प्लॉट मिलेंगे, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।


 


15.96 एकड़ जमीन को एक सीरियल नंबर पर कर लिया 93.5 एकड़



  •  एयरपोर्ट रोड स्थित उक्त जमीन फैज मोहम्मद खान की थी। उनके इंतकाल के बाद कोर्ट ने इसके सात उत्तराधिकारी नियुक्त किए। 

  •  1989 में इनमें से छह उत्तराधिकारियों ने 15.96 एकड़ जमीन का मुख्तारनामा शफीक मोहम्मद के नाम कर दिया। सातवें उत्तराधिकारी मोहम्मद याकूब ने इसे सहमति नहीं दी। 

  •  बाद में शफीक ने मुख्तारनामा के उसी सीरियल नंबर पर एक और मुख्तारनामा बनवाया और 15.96 एकड़ जमीन की जगह 93.5 एकड़ लिखवा लिया। 

  •  फिर तिलक सहकारी गृह निर्माण संस्था मर्यादित बनाकर प्लॉट बेचने शुरू कर दिए। शेष | पेज 10 पर

  •  अयूब के बेटे मोहम्मद अनवर को वर्ष 2014 में जमीन के नामांतरण के लिए एक नोटिस आया। 

  •  उक्त 93.5 एकड़ जमीन का नामांतरण तिलक सहकारी गृह निर्माण संस्था मर्यादित को करने के लिए एनओसी मांगी गई थी।

  •  तभी उन्हें पता चला कि उक्त जमीन के साथ इस स्तर पर गड़बड़ी की जा चुकी है। परिवार ने आरटीआई के जरिए जमीन के दस्तावेज निकलवाए तब इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ।

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2014 में गड़बड़ी का खुलासा
टीआई सुधीर अरजरिया के मुताबिक जमीन हथियाने के लिए इन सभी ने सिंगारचोली के पास फर्जी मुख्तारनामा के सीरियल नंबर का इस्तेमाल किया। फिर जमीन को अपना बताकर प्लॉट काट दिए। बाद में तिलक कोऑपरेटिव सोसायटी बनाकर प्लॉट बेचे। करीब 22 साल पहले हुई इस गड़बड़ी का खुलासा 2014 में हुआ। इसके बाद जमीन के असल हकदारों ने पुलिस से शिकायत की।


नहीं सुन रहे थे अफसर : मोहम्मद अनवर ने वर्ष 2017 में इस गड़बड़ी की शिकायत पुलिस अफसरों से की थी। इसकी जांच भी करवाई गई। आरोप है कि जानबूझकर जांच अधिकारी किसी नतीजे तक नहीं पहुंचे। पांच महीने पहले इस मामले की जांच एएसपी मनु व्यास को सौंपी गई। पुलिस ने कार्रवाई के बाद समिति का दफ्तर भी सील कर दिया है।

14 आरोपियों ने किया खेल

जांच के आधार पर मोहम्मद शरीफ खान, शफीक मोहम्मद, कर्नल भूपेंद्र सिंह, मोहम्मद शकूर खान, असगर अली, जरीना बेगम, कुमारी मीना उर्फ मीनू चोखर, रंजीत सिंह, सुशीला सिंह, रीता खडायत, रश्मि खडायत, निशी खडायत, रफीक मोहम्मद और शहजाद मोहम्मद के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं। आरोपियों में शामिल शकूर खान और शहजाद की मृत्यु हो चुकी है ।

इन्हें भी गिरफ्तार किया
रिटा. कर्नल के रिश्तेदार रंजीत सिंह, समिति उपाध्यक्ष मोहम्मद शरीफ खान (65) और रफीक मोहम्मद।

इनका कहना है
अभी मैंने रिपोर्ट देखी नहीं है। रिपोर्ट देखने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- तरुण पिथोड़े, कलेक्टर