पहली बार पूछा जाएगा कि कौन-सा अनाज खाते हैं

पहली बार पूछा जाएगा कि कौन-सा अनाज खाते हैं


कंप्यूटर और मोबाइल है या नहीं


भिलाई / जनगणना की शुरुआत मई से हाेगी। दाे चरणों में हाेने वाली जनगणना काे आनॅलाइन और ऑफलाइन किया जाएगा। इसके लिए राज्यस्तर, जिलास्तर और उपखंड स्तर पर विभाजित कर गणना कार्य पूरा हाेगा। इस बार की जनगणना में खाद्य सुरक्षा काे ध्यान में रखते हुए पहली बार ये भी पूछा जाएगा कि आप काैन सा अनाज खाते हैं? गणना के 31 सवालों में घर, परिवार, रसाेई, टाॅयलेट, संचार माध्यमों और घर में वाहनों के बारे में बारे में भी पूछा जाएगा। कर्मचारी स्थानीय भाषा में ही संवाद करेंगे। आंकड़े ब्लाॅक स्तर पर भी जुटाए जाएंगे ताकि लोकसभा व विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन में भी उपयोग हा़े सके। सवालों में घर, परिवार, संचार और भी बहुत कुछ...


6 सवाल... घर के बारे में होंगे 


1. बिल्डिंग नंबर (म्यूनिसिपल या स्थानीय अथॉरिटी नंबर), 2. हाउस नंबर, 3. मकान की छत, दीवार और सीलिंग में मुख्य रूप से इस्तेमाल हुआ मेटीरियल, 4. मकान का इस्तेमाल किस उद्देश्य से हो रहा है, 5. मकान की स्थिति, 6. मकान का नंबर


10 सवाल... परिवार से जुड़े


1. घर में कितने लोग?, 2. मुखिया का नाम, 3. लिंग, 4. क्या मुखिया अनुसूचित जाति, जनजाति या अन्य समुदाय से हैं?, 5. मकान का ओनरशिप स्टेटस, 6. कितने कमरे हैं?, 7. कितने शादीशुदा जोड़े?, 8. पीने के पानी का मुख्य स्रोत, 9. पानी के स्रोत की उपलब्धता, 10. घर में बिजली का मुख्य स्रोत।


6 सवाल... टॉयेलेट और रसोई से
1. मकान में कोई शौचालय है या नहीं, 2. किस-किस प्रकार के शौचालय हैं, 3. ड्रेनेज सिस्टम कैसा है?, 4. कोई वॉशरूम है या नहीं, 5. रसोई घर है या नहीं, इसमें एलपीजी/पीएनजी कनेक्शन है या नहीं, 6. रसोई के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ईंधन कौन-सा है?


5 सवाल... संचार माध्यमों से जुड़े होंगे


1. घर में कोई रेडियो और ट्रांजिस्टर है या नहीं?, 2. क्या कोई टेलीविजन है?, 3. इंटरनेट की सुविधा है या नहीं, 4. लैपटॉप और कंप्यूटर है या नहीं, 5. घर में कोई बेसिक टेलीफोन, मोबाइल फोन, स्मार्टफोन में से कुछ है या नहीं।


4 सवाल...वाहन, अनाज, मोबाइल नंबर


1. घर में वाहन के नाम पर आपके पास साइकिल, स्कूटर, मोटरसाइकिल, मोपेड में से क्या है?, 2. कोई कार, जीप, वैन है या नहीं, 3. घर में किस अनाज का मुख्य रूप से उपभोग किया जाता है?, 4. मोबाइल नंबर (जनगणना संबंधित संपर्क करने के लिए)।



16 भाषाओं में होगी जनगणना, 12 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे



  • 16 वीं जनगणना 16 भाषाओं में की जाएगी, जिसपर 12,000 करोड़ रुपए खर्च हाेंगे।

  • जनगणना में 31 लाख से अधिक प्रशिक्षित कर्मचारी भाग लेंगे

  • जनगणना दाे चरणों में की जाएगी। पहला चरण अप्रैल, 2020 से सितम्बर 2020 तक रहेगा। दूसरा चरण 9 फरवरी, 2021 से 28 फरवरी, 2021 रहेगा।

  • जल्दी डाटा कलेक्शन के लिए एंड्राइड मोबाइल में एप के माध्यम से गणना हाेगी।
     


एनपीआर बनेगा : 2021 की जनगणना में पहली बार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) तैयार किया जाएगा। जाे कानून-व्यवस्था, लैंगिक समानता जैसे कई मुद्दों में मदद करेगा। 2010 में एनपीआर बना था। 2015 में अपडेट किया गया।


एप-पोर्टल से होगी निगरानी: डेटा संकलन के लिए मोबाइल एप और निगरानी के लिए केंद्रीय पोर्टल का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे जनगणना का काम बेहतर तरीके से जल्दी निपटाया जा सकेगा। एप का बटन दबाते ही डेटा भेजा जा सकता है।



पहले चरण के लिए तैयारी पूरी, 4 दिनों तक देंगे ट्रेनिंग


जनगणना को लेकर तैयारी कर ली गई है। 17 से 20 तक कर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। पहली बार घर में उपभोग किए जाने वाले अनाज, इंटरनेट व मोबाइल नंबर की जानकारी जोड़ी है।


ज्योति पटेल, नोडल ऑफिसर, जनगणना, दुर्ग