मंत्री तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में उतरे बोले, महाराज ने वचनपत्र के प्रति आगाह कर ठीक किया


मंत्री तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में उतरे बोले, महाराज ने वचनपत्र के प्रति आगाह कर ठीक किया







ग्वालियर। वचनपत्र को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व सीएम कमलनाथ के बीच तनातनी से प्रदेश की सियासत गर्मा गई है। मंत्री व विधायक धर्मसंकट में फंसे हैं। दूसरी तरफ भाजपा विधायक रमेश मेंदोला द्वारा सिंधिया को लिखे गए पत्र ने भी तूल पकड़ लिया है। कैबिनेट मंत्री इमरती देवी ने साफ कर दिया है कि वह सिंधिया के पीछे खड़ी हैं। दूसरी तरफ खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सुबह बंगले पर मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार को आगाह कर कोई गलत नहीं किया है। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने साफ तौर पर कहा कि सिंधिया के साथ कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेगा।

प्रद्युम्न सिंह तोमर सिंधिया गुट से कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। सिंधिया लगातार वचनपत्र को पूरा करने के लिए कमलनाथ सरकार पर दबाव बनाए हुए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने प्रदेश सरकार को आगाह करते हुए कहा था कि वचनपत्र को पूरा कराने के लिए वह सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर सकते हैं। सीएम कमलनाथ ने इसका तल्ख अंदाज में जवाब दिया था कि उतरते हैं तो उतर जाएं।

वचनपत्र पूरा करना चाहिए:-

मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया व दिग्विजय सिंह ने प्रदेश की जनता को सरकार बनने पर दिए गए वचनों को पूरा करने का वादा किया था। सरकार बनने के बाद हम सबका दायित्व है कि इन वचनों को पूरा किया जाए। प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि महाराज की चिंता का केंद्र आम आदमी रहता है। इसलिए उनका हम लोगों से कहना था कि जनता से किए वादे को पूरा करने के लिए सदैव वह साथ में हैं।

मेंदोला में नैतिकता है तो सिंधिया के साथ आएं:-

सिंधिया और कमलनाथ में टकराव के बीच भाजपा विधायक रमेश मेंदोला ने सिंधिया को एक पत्र लिखा। इस पत्र के जवाब में प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि अगर रमेश मेंदोला में नैतिक साहस है तो वह सिंधिया के बताए रास्ते पर चलने के लिए उनके साथ आएं।