लोकायुक्त ने 30 हज़ार की रिश्वत लेते ASI को रंगे हाथों धरा,वरिष्ट अफसरों के नाम पर कर रहा था उगाही

लोकायुक्त ने 30 हज़ार की रिश्वत लेते ASI को रंगे हाथों धरा,वरिष्ट अफसरों के नाम पर कर रहा था उगाही


बता दें कि एएसपी और टीआई का हवाला देकर एएसआई रिश्वत का दबाव बना रहा था एएसआई का कहना था की इस रकम में से कुछ हिस्सा मुझे अफसरों को भी देना पड़ेगा इस रकम के लिए उन्होंने छह महीने बाद भी इस मामले में चालान पेश नहीं किया था”


भोपाल। ऐशबाग थाने में पदस्थ एएसआई शिवलाल सोलंकी को लोकायुक्त पुलिस ने 30 हजार की रिश्वत लेते धर दबोचा मारपीट के मामले में एक वकील के भाई के खिलाफ जानलेवा हमले की धारा न बढ़ाने के नाम पर एक लाख की रिश्वत मांगी जा रही थी। उसने रिश्वत की रकम जेब में रखी थी इसलिए लोकायुक्त पुलिस एएसआई शिवलाल सोलंकी की पेंट भी उतरवाकर ले गई। आरोप है कि पुलिस अधिकारी भोपाल के एक एडवोकेट नासिर से रिश्वत की मांग कर रहे थे।


क्या है मामला


टीआई संजय शुक्ला ने बताया कि एडवोकेट नासिर के भाई सादिक अली के खिलाफ ऐशबाग थाने में मई 2018 में मारपीट की धाराओं में केस दर्ज हुआ था। इसकी विवेचना एएसआई शिवलाल सोलंकी कर रहे थे। एएसआई नासिर के एक अन्य भाई व भतीजे को भी आरोपी बनाने और सादिक के खिलाफ जानलेवा हमले की धारा बढ़ाने का दबाव बना रहे थे। ऐसा न करने के एवज में उन्होंने एक लाख की रिश्वत मांगी थी। दबाव में आकर नासिर ने 13 नवंबर को पहली किश्त के तौर पर 25 हजार रुपए दे भी दिए थे। इसके बाद भी 75 हजार रुपए और देने का दबाव बनाने पर नासिर ने एसपी लोकायुक्त कार्यालय भोपाल में राजेश मिश्रा से एएसआई के खिलाफ शिकायत की थी। दूसरी किश्त के रूप में तीस हजार रुपए गुरुवार को देना तय हुआ था। लोकायुक्त पुलिस ने नासिर को कैमिकल लगी रकम दी। एएसआई ने उन्हें गुरुवार दोपहर साढ़े तीन बजे भोपाल टॉकीज चौराहा स्थित चौकी के पास बुलाया था। एएसआई ने रिश्वत की रकम लेकर जैसे ही पेंट में रखी, मौजूद टीम ने उन्हें धरदबोचा। टीम ने एएसआई की उस पेंट को भी जब्त कर लिया है, जिसकी जेब में उन्होंने रिश्वत की रकम रखी थी।