केंद्र से 14233 करोड़ रुपए की कटौती के बाद कई योजनाओं को बंद करेगी कमलनाथ सरकार

केंद्र से 14233 करोड़ रुपए की कटौती के बाद कई योजनाओं को बंद करेगी कमलनाथ सरकार





भोपाल / इस बार के केंद्रीय बजट में मध्य प्रदेश के हिस्से से 14233 करोड़ रुपए की कटौती की गई थी. इसका सीधा असर मार्च-अप्रैल में आने वाले मध्य प्रदेश के बजट पर पड़ेगा. अब राज्य सरकार इस कटौती की भरपाई केंद्र के अंशदान से चलने वाली योजनाओं की राशि में कटौती करके करेगी. केंद्र सरकार ने इस आम बजट में मध्य प्रदेश को 49,517.61 करोड़ रुपए दिए हैं।


भोपाल: इस बार के केंद्रीय बजट में मध्य प्रदेश के हिस्से से 14233 करोड़ रुपए की कटौती की गई थी. इसका सीधा असर मार्च-अप्रैल में आने वाले मध्य प्रदेश के बजट पर पड़ेगा. अब राज्य सरकार इस कटौती की भरपाई केंद्र के अंशदान से चलने वाली योजनाओं की राशि में कटौती करके करेगी. केंद्र सरकार ने इस आम बजट में मध्य प्रदेश को 49,517.61 करोड़ रुपए दिए हैं।


इस कटौती की भरपाई के लिए कमलनाथ सरकार का प्रदेश में चल रहीं अनुपयोगी योजनाओं को बंद करने जा रही है. पांच अधिकारियों की ​कमिटी राज्य में चल रहीं ऐसी अनुपयोगी योजनाओं की समीक्षा करेगी. राज्य सरकार का कहना है कि कई ऐसी योजनाएं वर्षों से चल रही हैं, जिनका लाभ हितग्राहियों को मिल ही नहीं पा रहा है. ऐसी योजनाओं को बंद किया जाएगा।


बीपीएल व्यक्ति को स्वरोजगार के लिए एक मुर्गा और 28 दिन के रंगीन 40 चूरे देने, बाल काटने, बर्तन बनाने वालों को आर्थिक अनुदान देने जैसी कई योजनाएं राज्य वित्त विभाग की प्रारंभिक जानकारी में सामने आई हैं. कमलनाथ सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अफसरों की अध्यक्षता में ऐसी योजनाओं की समीक्षा के लिए कमिटी बनाई है जो 18 फरवरी तक अपनी रिपोर्ट देगी. इस कमिटी की अध्यक्षता मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव कर रहे हैं।


इस बार के केंद्रीय बजट में मध्य प्रदेश के हिस्से से 14233 करोड़ रुपए की कटौती की गई थी. इसका सीधा असर मार्च-अप्रैल में आने वाले मध्य प्रदेश के बजट पर पड़ेगा. अब राज्य सरकार इस कटौती की भरपाई केंद्र के अंशदान से चलने वाली योजनाओं की राशि में कटौती करके करेगी. केंद्र सरकार ने इस आम बजट में मध्य प्रदेश को 49,517.61 करोड़ रुपए दिए हैं।


इस कटौती की भरपाई के लिए कमलनाथ सरकार का प्रदेश में चल रहीं अनुपयोगी योजनाओं को बंद करने जा रही है. पांच अधिकारियों की ​कमिटी राज्य में चल रहीं ऐसी अनुपयोगी योजनाओं की समीक्षा करेगी. राज्य सरकार का कहना है कि कई ऐसी योजनाएं वर्षों से चल रही हैं, जिनका लाभ हितग्राहियों को मिल ही नहीं पा रहा है. ऐसी योजनाओं को बंद किया जाएगा।


बीपीएल व्यक्ति को स्वरोजगार के लिए एक मुर्गा और 28 दिन के रंगीन 40 चूरे देने, बाल काटने, बर्तन बनाने वालों को आर्थिक अनुदान देने जैसी कई योजनाएं राज्य वित्त विभाग की प्रारंभिक जानकारी में सामने आई हैं. कमलनाथ सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अफसरों की अध्यक्षता में ऐसी योजनाओं की समीक्षा के लिए कमिटी बनाई है जो 18 फरवरी तक अपनी रिपोर्ट देगी. इस कमिटी की अध्यक्षता मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव कर रहे हैं।




Popular posts
MP पुलिस के जांबाज अफसर ओर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट मोहिंदर कंवर परिणय सूत्र में बंधे
Image
बिजली के बिलों में दी जाने वाली रियायतों की छोटे व्यापरियों ने की सराहना
प्रशासन ने सुबह 7 से शाम 7 बजे तक खोला बाजार, व्यापारी नहीं चाहते खोलना
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष में ऑनलाइन बैठक तम्बाकू जानलेवा, मैं भी कर रहा हूँ इसकी आदत छोड़ने क़ी कोशिश - डॉ. हेमंत जैन तम्बाकू मुक्त समाज की पहल में सहभागी बनें : रामजी राय दतिया। असमय मानव जीवन के खत्म होने में बहुत बड़ा योगदान तम्बाकू से बने पदार्थों के सेवन से है चाहे वह चबाने वाला हो, सूंघने वाला हो अथवा धूम्रपान हो। इन सबके सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव से सेवन करने वाला स्वयं और अपने इर्दगिर्द रहने वाले स्वजनों को धीमी जहर से होने वाली मौत की ओर अग्रसर करता है। इसमें युवा भी अत्यधिक ग्रसित होता चला जारहा है। अतः आवश्यक है सामुदायिक जागरूकता की। उक्त उद्गार वरिष्ठ समाजसेवी वीरेन्द्र शर्मा ने व्यक्त किए। तम्बाकू जानलेवा, मैं भी कर रहा हूँ इसकी आदत छोड़ने क़ी कोशिश यह बात बैठक में स्रोत व्यक्ति के रूप में सम्मिलित मेडीकल कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. हेमंत जैन ने कही। इस उद्देश्य की प्रतिपूर्ति हेतु विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के उपलक्ष में स्वदेश ग्रामोत्थान समिति व मध्यप्रदेश वॉलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में संचालित अभियान के अंतर्गत ऑनलाइन वेविनार बैठक संस्था संचालक रामजीशरण राय के नेतृत्व में आयोजित की गई। उन्होंने तम्बाकू मुक्त समाज की पहल में सहभागी बनने की अपील की। साथ ही श्री राय ने तम्बाकू उत्पादों के सेवन करने वाले व उससे होने वाली मौतों के आंकड़े प्रस्तुत किए। कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा प्रदत्त एडवाइजरी के परिपालन में सामाजिक दूरी बनाए रखने हेतु आयोजित ऑनलाइन जागरूकता बैठक में वरिष्ठ समाजसेवी सरदारसिंह गुर्जर, डॉ. बबीता विजपुरिया, दया मोर, अशोककुमार शाक्य, राजपालसिंह परमार, पीयूष राय, रुचि सोलंकी, बलवीर पाँचाल, दीक्षा लिटौरिया, श्वेता शर्मा, जितेंद्र सविता, प्राप्ति पाठक, अखिलेश गुप्ता, देवेंद्र बौद्ध, पिस्ता राय, अभय दाँगी, शिवम बघेल, भैरव दाँगी, प्रज्ञा राय, शैलेंद्र सविता, सुवेश भार्गव आदि ने सहभागिता करते हुए समुदाय को तम्बाकू मुक्त बनाने हेतु सतत जागरूकता के प्रयासों में अपनी भूमिका निभाने की सहमति जताई। हम विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर शपथ लेते हैं कि प्रत्येक मानव जीवन को सुरक्षितऔर संरक्षित रखने हेतु स्वयं तम्बाकू से बने पदार्थों का सेवन नहीं करेंगे साथ ही समुदाय को तम्बाकू से बने पदार्थों के सेवन न करने हेतु प्रेरित करेंगे। साथ ही शपथ लेते हैं कि हम अपने अपने स्तर पर जिले सार्वजनिक स्थानों को धूम्रपान मुक्त करने की पहल में शासन प्रशासन का आवश्यक सहयोग करते हुए कोटपा अधिनियम के कानूनी प्रावधानों की जागरूकता करेंगे। उक्त जानकारी बलवीर पाँचाल ने देते हुए सार्वजनिक स्थानों को धूम्रपान मुक्त करने की अपील की। अंत में बैठक सहभागी सभी का आभार सरदार सिंह गुर्जर ने किया।
Image