चीन से मेरठ लौटे युवक में मिले कोरोना जैसे लक्षण, मचा हड़कंप, जांच के लिए दिल्ली भेजा सैंपल
चीन से मेरठ लौटे एक युवक में कोरोना वायरस जैसे लक्षण मिले हैं। मंगलवार को उसका सैंपल जांच के लिए दिल्ली की प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आज आने की उम्मीद है। इससे पहले भी चीन से लौटे तीन लोगों के सैंपल लखनऊ की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए थे, हालांकि गनीमत थी कि रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, यानि वे कोरोना वायरस की चपेट में नहीं थे। अब इस युवक को लेकर भी चिंता जताई जा रही है।
सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि युवक को खांसी-जुकाम और बुखार है, इसलिए उसका सैंपल दिल्ली भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खौफ के कारण चीन से लौटे 22 लोगों की अभी भी निगरानी चल रही है। इनमें कारोबारी, छात्र, नौकरीपेशा और सैलानी शामिल हैं। इनसे फॉर्म भी भरवाए गए हैं।
सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि युवक को खांसी-जुकाम और बुखार है, इसलिए उसका सैंपल दिल्ली भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खौफ के कारण चीन से लौटे 22 लोगों की अभी भी निगरानी चल रही है। इनमें कारोबारी, छात्र, नौकरीपेशा और सैलानी शामिल हैं। इनसे फॉर्म भी भरवाए गए हैं।
28 दिन तक इनकी निगरानी की जाएगी। हर रोज इनके शरीर का तापमान, खांसी, जुकाम और गले के इंफेक्शन के बारे में पूछा जा रहा है। इनमें से कोई भी बीमार नहीं है। इनमें कुछ घूमने या कारोबार के सिलसिले में गए थे और कुछ वहां नौकरी या पढ़ाई करते हैं। इस लिस्ट में उन लोगों को भी शामिल किया गया है, जो चीन में एयरपोर्ट तक भी पहुंचे हैं।
स्वास्थ्य विभाग अब तक 40 से ज्यादा लोगों की निगरानी बंद कर चुका है। गौरतलब है कि चीन के कई शहरों में कोरोना वायरस को लेकर काफी डर है। चीन में रह रहे दूसरे देशों के लोग अपने घर लौट रहे हैं। जॉब करने वालों को कंपनियां भी वापस भेज रही हैं।
परेशान हैं पीयूष और उनका परिवार
सॉफ्टवेयर इंजीनियर पीयूष और उसके परिजन परेशान हैं। शास्त्रीनगर निवासी पीयूष जापानी तट पर क्रूज में हैं। परेशान परिजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, संसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सांसद कांता कर्दम और विधायक सोमेंद्र तोमर को पत्र लिख चुके हैं।
परेशान हैं पीयूष और उनका परिवार
सॉफ्टवेयर इंजीनियर पीयूष और उसके परिजन परेशान हैं। शास्त्रीनगर निवासी पीयूष जापानी तट पर क्रूज में हैं। परेशान परिजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, संसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सांसद कांता कर्दम और विधायक सोमेंद्र तोमर को पत्र लिख चुके हैं।