अब स्वंसहायत समूह की महिलाएं वसूलेंगी बिजली के बिल

अब स्वंसहायत समूह की महिलाएं वसूलेंगी बिजली के बिल




हर गांव में दस महिलाओं के एक समूह को सक्रिय करने की है विभाग की योजना! एक बिल पर बीस रूपये, दो हजार रूपये से अधिक पर एक प्रतिशत मिलेगा कमीशन


मथुरा / विद्युत विभाग ने बिजली के बिल वसूलने के लिए स्वंसहायता समूह की महिलाओं को लगाने का फैसला किया है। इसके लिए बाकायदा स्वंसहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्वंसहायत समूह की महिलाएं कमीशन पर यह काम करेंगीं। दो हजार तक के बिल की वसूली पर बीस रूपये तथा इससे उपर के बिल पर एक प्रतिशत कमीशन दिया जाएगा। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सरकार और विभाग की मंशा इसके पीछे रोजगार सृजन की है। स्वंसहायता समूह की महिलाओं को इससे रोजगार भी मिलेगा। स्वंसहायता समूह की महिलाओं को राजीव भवन स्थित सभागार में एप के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया और बताया गया कि वह किस तरह से बिल की वसूली कर सकेंगी। आगरा से आये मुख्य अभियंता एके चैधरी ने बताया कि समाज में बिल जमा नहीं करने, बिजली का दुरूपयोग करने, बिजली की चोरी करने जैसी कुरूतियां विकसित हो गई हैं। स्वंसहायता समूह इन कुरूतियों के प्रति भी समाज को जागरूक करेंगे और बिल की वसूली भी करेंगे। सरकार की मंशा है कि रोजगार सृजन किया जाए। इससे स्वंसहायता समूह की महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। एक हजार से अधिक हैं स्वंसहायता समूह! जनपद में एक हजार से अधिक स्वंसहायता समूह कार्य कर रहे हैं। एक समूह में दस महिलाएं होती हैं। इस तरह दस हजार महिलाओं को रोजगार मिलेगा जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। स्वंसहायता समूह लगभग हर गांव में कार्यरत हैं। हम पचास हजार परिवारों तक अपनी बात स्वंसहायता समूह के माध्यम से पहुंचा सकते हैं। हर गांव में मुखवरी होगी पुख्ता
दूसरी ओर बिजली चोरी के मामलों को पकडने के लिए हर गांव में मुखवरी भी पुख्ता होगी। विभाग के पास हर गांव से सीधे इस बात की सूचना होगी कि कहां बिजली चोरी हो रही है। हालांकि इन समूहों को संसाधन कैसे उपलब्ध होंगे इस बारे में कुछ नहीं बताया गया।  



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