ट्रेनिंग से आगे नहीं बढ़ पाया शौर्या दल का काम


 




 

भोपाल / किसी भी हिंसा से पीड़ित महिला (जैसे दहेज, हिंसा, बीमारी, लैंगिक अपराध इत्यादि) को सहायता दिलाने के लिए संबंधित अधिकारी से संम्पर्क कर उसे न्याय दिलाना। बाल विवाह रोकने के लिए समाज में जागरूकता लाना।

घर-घर जाकर बताना कि घर में शौचालय कितना जरूरी है।

लालिमा अभियान के अंतर्गत एनीमिया यानि शरीर में खून की कमी में सुधार लाने के लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से समुदाय को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम होने थे।

सरकारी जमीन और खुले स्थानों पर पौधरोपण करवाने का काम करना था।

किचिन गार्डन इत्यादि में पंचवटी से पोषण के लिए पूरे गांव को ध्यान में रखकर कार्ययोजना बनानी थी।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सरकार की सभी योजनाओं का लाभ लोगों को दिलाना था।

सक्रिय करेंगे

 यह सही है कि शौर्या दल का काम उस स्तर का नहीं हो पा रहा है। इसीलिए हमने सोचा है कि एक बार दलों के सक्रिय सदस्यों से चर्चा करके उनकी समस्याअों को जानेंगे। उनके द्वारा बताए गए सुझावों को ध्यान में रखकर कुछ बदलाव करेंगे। यह दल बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे पूरी तरह सक्रिय किया जाएगा। इमरती देवी, मंत्री, महिला एवं बाल विकास, मप्र