शहर मे दमदार कार्यवाही करने  से बच रही है, एंटी माफिया शैल 

शहर मे दमदार कार्यवाही करने  से बच रही है, एंटी माफिया शैल 


दतिया /  प्रदेश की कमलनाथ सरकार के भू-माफिया मुक्त प्रदेश की कल्पना को साकार करने के लिए कलेक्टर रोहित सिंह ने जिले में एंटी माफिया सेल का गठन कर जवाब देह अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं ,की माफियाओं के साम्राज्य को कुचलने में लापरवाही न बरती जाए।


 गौरतलब है कि सरकारी जमीनों पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए कलेक्टर रोहित सिंह द्वारा एंटी माफिया सेल का गठन किए हुए लगभग एक माह होने जा रहा है लेकिन शहर में कोई भी बड़ी कार्यवाही ना होने से चर्चा का विषय है ,जबकि इंदरगढ़ ,सेवढा भांडेर, में सरकारी जमीनों पर बनाई गई बड़ी-बड़ी इमारतों को जमीदोज किया जा रहा है,। 


दतिया शहर की बम बम महादेव के सामने हाउसिंग बोर्ड सरकारी जमीन पर बनाई गई दुकानों को तोड़ने के निर्देश तत्कालीन तहसीलदार दीपक शुक्ला द्वारा दिए जा चुके थे। एंटी माफिया सेल के प्रभारी तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाठी की टीम उन दुकानों पर कार्यवाही करने से क्यों बच रही है,? नगरपालिका के नाले पर बस स्टैंड के दुकानदारों ने कब्जा कर दुकानें बना ली हैं।


बस स्टैंड पर ही नामी बस ऑपरेटर द्वारा पट्टे की सरकारी जमीनों पर बनी दुकानों का विक्रय किया जा रहा है,? राजघाट स्थित नाले की सरकारी जमीन पर भू माफियाओं ने दुकानें बना ली हैं।


शर्मायु मंदिर के सामने वाले कब्रिस्तान की जमीन पर बिल्डिंगे बना ली गई हैं,?। तत्कालीन कलैक्टर एम. गीता ने बख्शी हनुमान मंदिर वाले हाईवे की करोड़ों की सरकारी जमीन को भू माफियाओं से मुक्त कराकर देखरेख का जिम्मा नगर पालिका परिषद को दिया था, वहां पर परिषद ने 2 कर्मचारियों की नियुक्ति भी की थी। वर्तमान में उस करोड़ों की जमीन पर भूमाफिया काबिज हैं, और वहां निर्माण कार्य चल रहा है। गौरतलब है कि एंटी माफिया सेल में शामिल सभी अधिकारी- कर्मचारियों को पता है कि कहां-कहां भूमाफिया काविज हैं, वहां क्यों कार्रवाई नहीं हो रही है।कार्रवाई करने की औपचारिकता क्यों की जा रही है।


कलैक्टर रोहित सिंह को जमीनी हकीकत क्यों नहीं बताई जा रही है।


आज भी ना जाने कितने यक्ष- सवाल जवाब के इंतजार में हैं।