सेना दिवस पर पुरुषाें की परेड का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं

, बचपन में हथियाराें से खेलती थीं



हाेशियारपुर / देश के इतिहास में पहली बार किसी महिला अफसर ने सेना दिवस पर पुरुषाें की परेड का नेतृत्व कर कीर्तिमान रच दिया। बुधवार काे कैप्टन तानिया शेरगिल ने यह गाैरव हासिल किया। आर्मी के काॅर्प्स ऑफ सिग्नल्स की कैप्टन तानिया अब 26 जनवरी काे परेड एडजुटेंट हाेंगी यानी सभी परेड की कमान संभालेंगी। पिछले वर्ष कैप्टन भावना कस्तूरी गणतंत्र दिवस पर पुरुषों की परेड का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनी थीं।


 पंजाब के हाेशियारपुर के गढ़दीवाला कस्बे की रहने वाली तानिया परिवार की चाैथी पीढ़ी से हैं, जाे सेना में सेवा दे रही हैं। उनके पिता सूरत सिंह शेरगिल 101 मीडियम रेजीमेंट (तोपखाना), दादा हरी सिंह 14वीं सशस्त्र रेजीमेंट (बख्तरबंद) और पड़दादा गंडा सिंह सिख रेजीमेंट में सैनिक रह चुके हैं। पिता बाद में सीआरपीएफ से जुड़े। उन्हें वीरता के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है।


तान्या ने नागपुर यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन से बीटेक किया और मार्च 2017 में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी, चेन्नई में शामिल हुईं। फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के सम्मान में हर साल मनाए जाने वाले सेना दिवस की परेड में इस बार तीनाें सेनाओं के प्रमुखों के साथ पहली बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी शामिल हुए।



पाकिस्तान काे चेतावनी


इस माैके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी और कहा कि हम आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचाएंगे।
 


लंबाई 5 फुट 9 इंच, फाेटाेग्राफी, ट्रेवलिंग और संगीत का शाैक


तीन पुश्तें सेना में हाेने से तानिया काे सैन्य जज्बा और बहादुरी विरासत में मिली। वे बचपन में खिलौनाें के बजाय हथियाराें से खेलती थीं। स्कूली शिक्षा आईआईटी मुंबई के केंद्रीय विद्यालय से हुई। 5 फुट 9 इंच लंबी तानिया काे फाेटाेग्राफी, ट्रेवलिंग और संगीत का शाैक है। भाई विदेश में नौकरी कर रहा है। पिता सूरत सिंह और मां लखविंदर गढ़दीवाला में रहते हैं। वे बुधवार सुबह ही बेटी से मिलने दिल्ली रवाना हुए।