, फंस रहे वाहन, राहगीर परेशान
दतिया / नगर पालिका का पांच साल का कार्यकाल तीन दिन बाद खत्म होने जा रहा है। इस पांच साल में शहर की जनता को कितना फायदा हुआ यह तो आगामी चुनाव में जनता ही बताएगी लेकिन पिछले दो साल में सबसे बड़ी समस्या सीवर लाइन के लिए खोदी गई सड़कों को जैसा का तैसा छोड़ने पर उभरी है। सीवर लाइन की लगातार सीमा तो बढ़ रही है लेकिन काम पूरा होता नहीं दिख रहा है। कंपनी ने जहां-जहां सीवर के लिए गलियों की खुदाई करी वहां सीसी सड़क डलवाना तो दूर, रास्ते का समतलीकरण तक नहीं किया। जिससे आए दिन वाहन फंस रहे हैं। सबसे ज्यादा समस्या शहर के वार्ड नंबर वर्तमान नपा सीएमओ बाबूलाल कुशवाहा के घर के सामने ही है। सीएमओ अपने घर के सामने तक का रास्ता तक ठीक नहीं करा सके हैं।
अमृत योजना के तहत दतिया शहर में कुल 178 किमी लंबी सीवर लाइन बिछाई जानी है। चूंकि यह लाइन दो चरणों में बिछाई जाना है। इसलिए पहले चरण में 118 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाई जानी है। जबकि दूसरे चरण में शहर के छूटे हुए हिस्से में 60 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाई जाएगी। लगभग 54 करोड़ की सीवर लाइन का पहला चरण जुलाई 2018 में पूरा होना था। लेकिन अभी तक 80 फीसदी भी काम पूरा नहीं हुआ है। नपा ने पहले समय सीमा बढ़ाकर जून 2019 की और वह समय सीमा निकलने के बाद दिसंबर माह तक समय सीमा बढ़ा दी गई थी। पिछले डेढ़ साल से केवल समय सीमा बढ़ रही है, लेकिन काम पूरा होता नहीं दिख रहा है।
भदौरिया की खिड़की के पास सीवर की खुदाई के गड्ढे में फंसी कार, पास खड़े स्थानीय निवासी।
सीवर लाइन बिछाने को लेकर खोद दीं गलियां, दो साल से लोग परेशान
शहर के रामनगर कॉलोनी, बस स्टैंड बायपास, वार्ड 32 में सीएमओ के निवास के सामने, गंजी हनुमान मंदिर के पीछे, उनाव रोड आदि इलाकों में अभी भी सीवर की खुदी गलियां पड़ी हैं। दो साल से तो लोग बरसात में जिस परेशानी का सामना कर रहे हैं वह वे ही जान सकते हैं। लेकिन न तो नगर पालिका के इंजीनियरों ने ध्यान दिया न जनप्रतिनिधियों ने और न नगर पालिका अधिकारियों ने। जिला प्रशासन को तो शहर से कुछ लेना देना ही नहीं है।
यहां आए दिन फंस रहे वाहन
शहर के वार्ड 32 में नगर पालिका अधिकारी बाबूलाल कुशवाह के घर के बाहर सीवर लाइन व पाइप लाइन के ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से आए दिन लोगों को मुसीबत झेलनी पड़ रही हैं। भदौरिया की खिड़की के बाहर सिविल लाइन डालने वालों ठेकेदारों द्वारा मनमाने तरीके से कार्य किया जा रहा है जिसका परिणाम वार्ड की जनता को भुगतना पड़ रहा है। ताजा मामला गुरुवार रात का है। एक राहगीर इनोवा कार लेकर निकल रहा था, रात में गड्ढे की गहराई पता नहीं चली और जैसे ही ड्राइवर ने गड्ढे से गाड़ी निकाली तो वहीं फंसी रह गई। यहां ठेकेदार द्वारा मुख्य मार्ग पर बहुत बड़ा नाला तोड़ दिया गया। 2 साल से वह नाला टूटा हुआ डला है। वार्ड पार्षद रामू शर्मा ने परिषद में भी सीएमओ एवं परिषद के सभी लोगों को अवगत कराया था। पार्षद द्वारा परिषद पूछा गया था कि अगर उस गड्ढे से कोई हादसा या घटना घटित होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। कम से कम सीएमओ अपने घर के बाहर का गड्ढा तो सही करा लें। तब सीएमओ और एई अंजली शुक्ला ने आश्वासन दिया था कि गड्ढा का निर्माण जल्द कराया जाएगा लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।