सरकार सहकारिता कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी घोषित करे, अन्यथा होगा आंदोलन - बीएस चौहान
सहकारिता प्रदेश अध्यक्ष ने कमलनाथ सरकार से की मांग
दतिया / अगर इस महीने में सूबे की कमलनाथ सरकार प्रदेश सहकारी संस्था में कार्यरत सहकारिता कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी घोषित नहीं करती है तो और समय पर वेतनमान नहीं देती है तो प्रदेश के 55 हजार कर्मचारी किसी भी समय भोपाल में जंगी आंदोलन करने के लिए विवश हो सकते हैं। यह चेतावनी मध्य प्रदेश सहकारिता कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष बीएस चौहान ने दतिया में अल प्रवास पर रहते हुए मीडिया से चर्चा करते हुए कही है। श्री चौहान ने बताया है कि पूरे प्रदेश में सहकारिता विभाग में 55 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं और इनको सरकार समय पर वेतनमान तक नहीं देती है तथा शासन का कर्मचारी भी नहीं मानती है। कांग्रेस सरकार ने 2018 में अपने वचन पत्र में कहा था कि प्रदेश के सहकारिता कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाएगा जो कि अभी भी यह घोषणा लंबित पड़ी हुई है और प्रदेश के सहकारिता कर्मचारी लंबे अरसे से यह मांग उठा रहे हैं, अब सरकार को चाहिए कि सरकार अपने वचन को पूरा करें और प्रदेश के सहकारिता कर्मचारियों को नियमित करते हुये शासन का कर्मचारी बनाएं। प्रदेश अध्यक्ष बीएस चौहान शनिवार के दिन दतिया पहुंचे थे। दतिया पहुंचने पर दतिया जिले के सहकारिता कर्मचारियों ने उनका हार फूल मालाओं से स्वागत किया। इस दौरान बीएस चौहान नगर के परशुराम मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां पर कर्मचारियों समेत प्रदेश के महासचिव रामकुमार दांगी बाबूजी, सहकारिता जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा द्वारा स्वागत किया गया। इस दौरान कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बीएस चौहान ने कहा कि सहकारिता कर्मचारियों की प्रदेश स्तर पर संघ अपनी लड़ाई पूरी ताकत से लड़ रहा है और हम अपने मकसद में कामयाब होंगे। सरकार से सहकारिता कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी घोषित कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। बीएस चौहान ने अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ से हमारी मांग है कि प्रदेश के 55 हजार कर्मचारियों को समय पर वेतन जिया जाए, उनको शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। क्योंकि हम प्रदेश शासन की हर योजनाओं को संचालित करते। इसलिए हमारा हक हमें मिलना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश महासचिव राम कुमार दांगी, सहकारिता कर्मचारी जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में सहकारिता कर्मचारी उपस्थित रहे।