सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान से परेशानी
भोपाल / सार्वजनिक स्थलों पर भले ही धूम्रपान करना प्रतिबंधित हो, लेकिन इसका पालन कहीं नहीं होता है। ऐसा करने वालों के खिलाफ जुर्माने और सजा का प्रावधान है। इसके बावजूद लोग खुलेआम धूम्रपान करते हैं। एेसा करने वालों में युवा वर्ग अधिक है। वे सिगरेट और तंबाखू का सेवन करना अपनी शान समझते हैं। इसी प्रकार 18 वर्ष तक के बच्चों को इससे दूर रखने और बिक्री नहीं करने जैसी पाबंदी पर भी कोई अमल नहीं हो रहा है। बस, ट्रेन, अस्पताल, शॉपिंग माल, कार्यालय, रेस्टोरेंट, सिनेमागृह, बिजली-पानी के बिल के लिए लगी कतार आदि शामिल हैं। इन स्थानों पर धूम्रपान करने से अन्य लाेग विशेषकर महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानी होती है। एक रिसर्च में यह भी सामने आया है कि ध्रूमपान करने वालों की सेहत काे जितना नुकसान हाेता है, उतना ही उसके आसपास के लोगों को भी होता है। एक सिगरेट के सेवन से संबंधित व्यक्ति की आयु 5 मिनट घट जाती है। वहीं कैंसर के अलावा हार्ट अटैक, हड्डी का कमजोर हाेना, ब्रेन स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है। अगर कोई जागरूक नागरिक धूम्रपान करने वाले को टोकता है, तो वे उससे ही बदसलूकी करने लगते हैं। शासन को चाहिए कि ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
इनकी बिक्री पर रोक लगे
 पब्लिक प्लेस पर धूम्रपान करने वालों के खिलाफ शासन कड़ी कार्रवाई करे। इसके अलावा इन उत्पादों की बिक्री पर रोक लगनी चाहिए। ऐसा जब तक नहीं होगा, लोग धूम्रपान करते रहेंगे। यह उनकी और दूसरों की सेहत के लिए हानिकारक है। डॉ. अजय साहू, निवासी, बीमा कुंज कोलार रोड