प्रज्ञा ठाकुर को उर्दू में मिले पत्र का अनुवाद हुआ,
भोपाल / यहां से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह को धमकी भरा लेटर भेजने वाले का दो दिन बाद भी पता नहीं चल पाया है। उर्दू में लिखे गए इस लेटर का पुलिस ने अनुवाद करा लिया है। इसमें पुलवामा और मुंबई जैसा हमले करने की धमकी लिखी गई है। लेटर के साथ मिली एक मार्कशीट से पुलिस को आशंका है कि ये लेटर पुणे से भेजा गया है। इसलिए भोपाल पुलिस ने पुणे के शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर मार्कशीट की जानकारी मांगी है।
अक्टूबर में भेजा गया था पत्र
अक्टूबर में भेजे गए इस लेटर को सांसद के कर्मचारी ने सोमवार रात खोला था। इसमें 20 ग्राम पाउडर (बारूद जैसा) भी मिला। उर्दू में लिखे लेटर में प्रज्ञा समेत 4 राजनेताओं को धमकी दी गई थी। साथ ही उनकी तस्वीरों पर क्रॉस का निशान लगाया गया था। एएसपी अखिल पटेल ने बताया कि डाक विभाग से भी जानकारी मांगी गई है। पाउडर को जांच के लिए सागर स्थित फोरेंसिक लैब भेजा गया है। संभवत: बुधवार शाम तक एफएसएल रिपोर्ट मिल जाएगी। मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है।
पत्र में लिखा- हमारे बारे में किसी को पता नहीं चलेगा
धमकी भरा पत्र किसी अंसार उल मुसलमीन नाम के शख्स ने भेजा है। पत्र में प्रज्ञा को मारने के साथ ही पुलवामा और 2008 के मुंबई जैसे हमले दोहराने की भी धमकी दी गई है। पत्र की शुरुआत में ही लिखा है कि हम कहां से हैं, क्या करते हैं, हमारे बारे में किसी को पता नहीं चलेगा। पत्र में फारुक भाई का नाम लेकर बताया गया कि उनकी पहुंच सीरिया, दुबई और पाकिस्तान तक है। पाकिस्तान से यह हुक्म हुआ है। पत्र में हेमंत करकरे और महात्मा गांधी को बताया देश भक्त बताते हुए प्रज्ञा ठाकुर द्वारा इनके अपमान करने की बात कही गई है।
सांसद की सुरक्षा बढ़ाई गई
पुलिस ने सांसद की सुरक्षा बढ़ा दी है। उनके घर आने जाने वाले हर व्यक्ति की रजिस्टर में एंट्री की जा रही है। एएसपी अखिल पटेल ने बताया कि सांसद को जो पत्र भेजा गया है, उसके लिफाफे पर भेजने वाले का पता स्वामी रामचंद्र अय्यर, शिवाजी चौक, खोद की बाजार, खड़की, जिला-पुणे लिखा हुआ था, लेकिन अंदर के पत्र में अलग नाम लिखे हुए हैं।