पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बंगले में नौकर का शव फंदे पर लटका मिला

, खुदकुशी की आशंका



बिलासपुर / छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बिलासपुर स्थित बंगले में उनके नौकर का शव फांसी के फंदे पर लटकते मिला। उस पर चांदी का जग चोरी करने का आरोप था। इस संबंध में पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। पुलिस का कहना है प्रारंभिक जांच के दौरान मामला खुदकुशी का लग रहा है। जांच के बाद असली कारणों का पता चलेगा। शव को जिला अस्पताल के मरच्युरी में रखवा दिया गया है। मरने वाले का नाम संतोष कौशिक (32) पिता पुसऊ कौशिक था। वह पांच साल से पूर्व सीएम जोगी के आईजी आॅफिस के पास के बंगले मरवाही सदन पर घर का काम करता था।


फोन पर रो रहा था, पत्नी से बाेला-मेरे ऊपर चाेरी का इल्जाम लगा रहे हैं 




  1.  


    मूल रूप से कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम रमतला का रहने वाला संतोष बंगले में ही रहकर काम करता था। संतोष ने बुधवार शाम करीब 4 बजे पत्नी कविता को फोन किया। वह रो रहा था। पत्नी से कहा, उस पर बंगले में चोरी का इल्जाम लगा रहे हैं जबकि वह इसमें शामिल नहीं है। इसके बाद उसने फोन काट दिया। पत्नी परेशान हो गई और उसने अपने भाई सरोज कश्यप को फोन कर इस बात की जानकारी दी। साथ ही उन्हें जोगी बंगले में भेजा। सरोज 4.30 बजे पहुंचा ताे गार्ड ने भीतर जाने से रोक दिया।


     




  2.  


    इसके बाद सरोज वहां से जिला कोर्ट की ओर चला गया। शाम करीब 5.30 बजे सरोज के पास सिविल लाइन थाना पुलिस का फोन गया और संतोष के फांसी लगाकर खुदकुशी करने की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद परिजन बंगले में पहुंचे तो पुलिस ने शव को नीचे उतारवाया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी प्रशांत अग्रवाल सहित पुलिस के अाला अफसर भी पूर्व मुख्यमंत्री के बंगले पर पहुंच गए। संतोष के दो बच्चे हैं। दोनों बच्चे पत्नी कविता के साथ गांव रमलता में ही रहते हैं। 





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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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