PFI की कांग्रेस को फंडिंग पर शिवराज सिंह ने सोनिया गांधी पर साधा निशाना

PFI की कांग्रेस को फंडिंग पर शिवराज सिंह ने सोनिया गांधी पर साधा निशाना





भोपाल / नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हिंसा फैलाने में शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) द्वारा कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को पैसे देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इन सबके बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है।


शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैडम सोनिया गांधी देश की जनता को जवाब दें, क्या आपको मालूम था कि आपकी पार्टी के नेता दंगे भड़काने के लिए पैसों का लेन-देन कर रहे हैं. क्या आपने गुंडे-बदमाशों के भरण-पोषण की ज़िम्मेदारी ले ली है. क्या देश की शांति भंग करने का ठेका आपने ले लिया है।







उन्होंने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि राहुल गांधी, कृपया जवाब तैयार करवाएं. आपको देश को बताना होगा कि घर-दुकानों में तोड़फोड़ करने वाले, बसों-कारों को आज़ादी के नाम पर फूंकने वाले आपके ‘शांतिपूर्ण’ प्रदर्शनकारियों को आपकी पार्टी के नेता पैसे पहुंचा रहे थे, इसकी जानकारी आपको थी।






शिवराज सिंह चौहान ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि खुद को क्रांतिकारियों की पार्टी कहने वाली कांग्रेस के नेता देश को जलाने वालों की मदद कर रहे हैं, इससे ज़्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता. क्या CAA विरोधी हिंसक प्रदर्शन करने में कांग्रेस का हाथ है. क्या कांग्रेसी नेता देश में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं।


दरअसल, नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में देश के कई शहरों में हिंसा फैलाने में शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ा बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पीएफआई के बैंक अकाउंट से देश के कई बड़े वकीलों को पैसे दिए गए. इनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और इंदिरा जयसिंह का नाम भी शामिल है. जांच के दौरान पीएफआई के कुल 73 बैंक खातों का पता चला है. जिनमें पीएफआई के 27 और उससे संबंधित इकाई रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF) 9 और पीएफआई की 17 अलग अलग इकाइयों-व्यक्तियों से संबंधित 37 खातों में 2 से 3 दिन के अंदर अंदर 120 करोड़ रुपये जमा किए गए है।


ऐसा भी खुलासा हुआ है कि इन रुपयों को दो से तीन दिनों के भीतर मामूली रकम खातों में छोड़कर निकाल लिया गया है. ऐसा पता चला है कि पीएफआई से कई बड़े वकीलों को पैसे भेजे गए है और इन वकीलों में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल का नाम भी शामिल हैं.
इस खुलासे के मुताबिक पीएफआई की तरफ से कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को 77 लाख रुपये, वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह को 4 लाख, दुष्यंत दवे को11 लाख और अब्दुल समर (एनआईए की चार्जशीट में नाम) 3 लाख रुपये दिए गए थे।


आरोपों पर क्या बोले सिब्बल और दवे


इन आरोपों को कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सिरे से खारिज करते हुए इन्हें बकवास करार दिया. वहीं, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि वकीलों को जो फीस जाती है वह आधिकारिक तौर पर दी जाती है. मैंने कभी भी PFI के लिए केस नहीं लड़ा है. हालांकि मुझे फिलहाल यह याद नहीं आ रहा है कि किसी मामले में अन्य पार्टी की तरफ इन्होंने मुझे भुगतान किया या नहीं. दवे ने कहा कि अगर इन्होंने मुझे कोई भुगतान भी किया है, अगर किया है तो मुझे नहीं लगता कि पहले यह कोई बैन संस्था थी।


दवे ने कहा कि यह सब मेरे लिए मायने नहीं रखता है, मैं अल्पसंख्यकों के हक के लिए अदालत में लड़ता रहूंगा. वहीं, इंदिरा जयसिंह और अब्दुल समर की तरफ से इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. ऐसा बताया जा रहा है कि यूपी के बहराइच, बिजनौर, हापुड़, शामली, डासना से ये पैसे इकट्ठा किए गए थे।