नागरिकता कानून के खिलाफ लगातार 4 दिनों से धरने पर बैठी महिलाएं

, 200 लोगों के खिलाफ केस दर्ज



प्रयागराज / उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगातार चार दिनों से धरने पर बैठी महिलाओं के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। यह महिलाएं नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध पर धरने पर बैठी है। सोमवार से शहर के मंसूर अली पार्क में हजारों की संख्या में महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। फिलहाल, पुलिस ने धारा-144 के उल्लंघन में 200 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि महिलाओं का यह विरोध प्रदर्शन राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन की तर्ज पर हो रहा है। शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ करीब एक महीने से प्रदर्शनकारी नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं।


धारा 144 के उल्लंघन में दर्ज मुकदमे के बाद भी प्रदर्शनकारी मंसूर अली पार्क से हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि भाजपा सरकार द्वारा भारत की जनता पर थोपा गया यह कानून किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और सरकार इसे वापस ले। प्रयागराज के एसपी सिटी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदर्शनकारियों से अपील की जा रही है कि वह धरना खत्म करें। फिलहाल एहतियातन पार्क में पुलिस के साथ ही पीएसी भी तैनात की गई है। हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि महिलाएं धरना खत्म कर घरों को लौट जाएं।


राजनीतिक दलों ने भी दिया समर्थन


मंसूर अली पार्क में महिलाओं के विरोध-प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए बुधवार को सपा के पूर्व सांसद और राज्यसभा सदस्य रेवती रमण प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। प्रदर्शनकारी महिलाओं से बात करते हुए रेवती रमण ने कहा कि हम इस देश के नागरिक हैं। सपा आप लोगों के साथ हैं। सीएए और एनआरसी जैसे काले कानून को सरकार को वापस लेना पड़ेगा।