एम्पायर ग्रुप से नौ करोड़ की ज्वैलरी मिली

, महाकाल के स्टीकर लगी गाड़ियों से पहुंची आयकर टीम



इंदौर / रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े एम्पायर ग्रुप पर आयकर विभाग की कार्रवाई गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही। छापों में विभाग को अभी तक ढाई करोड़ से ज्यादा नकद राशि मिल चुकी है, वहीं एक दर्जन से अधिक लॉकरों का पता चला है। विभाग ने इसमें से केवल तीन-चार लॉकर ही खोले हैं और इसमें से नौ करोड़ रुपए से अधिक की ज्वैलरी मिल गई है। बड़ी मात्रा में ज्वैलरी मिलने के बाद बाकी लॉकरों को सील कर दिया है।


एक-एक करके खोलते हुए इनका मूल्यांकन किया जाएगा। छापे में भारी मात्रा में ट्रांजेक्शन के दस्तावेज मिले हैं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि ग्रुप ने बड़े पैमाने पर आय छुपाते हुए टैक्स चोरी की है। कार्रवाई मुख्य रूप से ग्रुप के डायरेक्टर अरुण गोयल, विजय अग्रवाल और उमेश नागौरी के यहां हो रही है। इनसे ट्रांजेक्शन करने वाले डॉ. संजय गोकुलदास और कल्याण टोल के दफ्तरों से भी दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। 


स्टीकर पर लिखा सर्वज्ञ संस्थान


छापे के दौरान एक साथ 27 परिसरों पर टीम पहुंची थी। कार्रवाई गोपनीय रखने के लिए इन्वेस्टीगेशन विंग ने छापे में शामिल कारों-वाहनों पर स्टीकर चस्पा किए, जिन पर महाकाल की फोटो के साथ लिखा- ‘मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर 17वीं महाकाल दर्शन यात्रा, सौजन्य से स्वामी अखिल सर्वज्ञ संस्थान’। सर्वज्ञ संस्थान नाम रखने के पीछे तर्क दिया कि विभाग को टैक्स चोरी की सारी जानकारी है।