छुट्टी का दिन एनआरसी विरोध के नाम कलाकारों, संस्थाओं, आमजन ने जताया कानून संशोधन के खिलाफ गुस्सा
भोपाल / कानून संशोधन को लेकर राजधानी भोपाल में लगातार विरोध सभाएं, धरने, रैलियों के आयोजन किए जा रहे हैं। इस बीच शहर के इकबाल मैदान में पिछले पांच दिन से जारी सत्याग्रह भी अपनी गति पकड़ चुका है। रविवार को राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर कई कार्यक्रमों के जरिये लोगों ने कानून संशोधन को लेकर अपना विरोध जताया।
राजधानी के ह्दय स्थल इकबाल मैदान पर जारी सत्याग्रह में लोगों का जमावड़ा लगातार बढऩे लगा है। यहां हरदिन बड़ी तादाद में युवा, बुजुर्ग, महिलाएं, कॉलेज स्टुडेंट्स आकर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। यहां कवि, शायरों सहित शहर के गणमान्य नागरिकों ने अपनी बात रखी है तो विभिन्न सियासी दलों के लोग भी कानून संशोधन को गलत करार दे रहे हैं। इस बीच रविवार को यहां विभिन्न विधाओं से जुड़े कलाकारों ने एकत्रित होकर विभिन्न कलाओं के जरिये कानून संशोधन का विरोध किया। इस मौके पर चित्रकार, नाट्यकमी, सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोग और अन्य शामिल थे। कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने वालों ने बताया कि अनिश्चितकालीन जारी रहने वाले इस सत्याग्रह के दौरान डॉक्टर्स, वकील, इंजीनियर, सीनियर सिटीजन, महिला शायरात आदि भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की मंजूरी दे चुके हैं।
सरकार रखें करोड़ों बाशिंदों की भावनाओं का ख्याल : हाजी हारून
जमीयत उलेमा हिंद की प्रदेश इकाई ने रविवार को भानपुर से एनआरसी-सीएए के विरोध में एक रैली निकाली। संस्था के अगुवा हाजी मोहम्मद हारून ने इस मौके पर कहा कि भारत सरकार सौ करोड़ हिन्दुस्तानियों की भावनाओं का ख्याल रखे और इस काले कानून को वापस ले। रैली में सभी धर्मों के लोग शामिल थे। इनमें हाजी मोहम्मद हारून,साझी अब्राहम, टीआर गहलोत आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे। सभी ने एक आवाज में कहा कि ऐसा कोई कानून, जो देश की एकता और सदभावना को तोड़ता हो, ऐसे कानून की जरूरत नहीं है। इस मौके पर हाजी मोहम्मद इमरान ने सिख समुदाय के धर्मस्थल पाकिस्तान के ननकाना पर हुए हमले की घोर निंदा की। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि पाकिस्तान सरकार पर इस हमले के दोषियों पर सख्त कार्यवाही का दबाव बनाए और वहां बसे अल्पसंख्यक और सिखों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए।
डीआईजी से निकली रैली
सीएए और एनआरसी के विरोध में एक रैली शाम को शहर के डीआईजी बंगला से शुरू हुई। शांति रैली के रूप में निकाले गए इस जुलूस में कानून संशोधन के विरोध में नारे लिखी तख्तियां लिए लोग चल रहे थे। रैली विभिन्न मार्गों से होते हुए भोपाल टॉकीज पहुंची। यहां से इसका रुख इकबाल मैदान की तरफ बढ़ा और यहां आकर एक सभा की शक्ल में तब्दील हो गई। इस मौके पर कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी और केन्द्र सरकार से कानून संशोधन को वापस लेने के लिए कहा।
फूंका पाकिस्तान का पुतला
मध्य विधायक आरिफ मसूद ने रविवार शाम को बुधवारा चौराहा पर पाकिस्तान का पुतला फूंका। ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले के विरोध मे किए गए पुतला दहन के दौरान आरिफ मसूद ने कहा कि पाकिस्तान अपनी गंदी सियासत से बाज आए। किसी भी देश के अल्पसंख्यक उस देश की जिम्मेदारी होते हैं। उनकी सहूलियत और सुरक्षा के लिए उसे उचित प्रयास करना चाहिए ।