बैंक से उपभोक्ताओं के रुपए निकालने वाले सीसीटीवी फुटेज में कैद

, फिर भी सुराग नहीं


सेंवढ़ा /  स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से कई बार ग्राहकों के पैसे छीनने की घटनाएं हो चुकी हैं। इन सभी मामलों में न सिर्फ बैंक प्रबंधन लापरवाह रवैया अपनाता है वहीं पुलिस की भी उदासीनता सवालों के घेरे में है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ग्राहकों की मांग के बावजूद बैंक प्रबंधन द्वारा अभी तक सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति नहीं की। वहीं सीसीटीवी फुटेज में चेहरा नजर आने के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है। बैंक के काम से जब भी ग्राहक पीएनबी जाते है। तो उनके मन में संशय लगा रहता है।

बैंकों में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे सिर्फ देखने दिखाने के रह गए हैं। क्योंकि सीसीटीवी कैमरों में दर्ज वारदात के बाद भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती। पिछले दिनों हुए कई मामलों में से अधिकांश में पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज लगे, जिसमें बैंक के अंदर से बैग व अन्य जगह से पैसे निकालने की घटना स्पष्ट नजर आ रही है। आरोपियों के चेहरे भी दिख रहे हैं। लेकिन पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी। हैरानी यह है कि बार बार घटनाएं होने के बाद न तो गार्ड तैनात किया जा रहा है और न हीं अन्य कोई व्यवस्था की जा रही है। जिससे ग्राहक व व्यापारी चितंत हैं। बता दें कि बैंक जहां प्रतिदिन करोड़ों रुपए का लेन-देन किया जाता है। यहां सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से बेहतर से बेहतर इंतजाम करने का प्रावधान है। लेकिन सुरक्षा में कहीं न कहीं हो रही चूक की वजह से लोगों के रुपए गायब हो रहे हैं। सुरक्षा के लिए बैंक में न सिर्फ गार्डों की नियुक्ति की जाती है, बल्कि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते हैं। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर पुलिस द्वारा भी समय समय पर बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की जाती है। ताकि किसी प्रकार की घटना बैंक के अंदर न हो सके।

इसके बावजूद पिछले कुछ दिनों में लगातार घटनाएं सामने आ रही है। सीसीटीवी कैमरे आदि भी इतने खराब क्वालिटी के लगाए गए हैं कि घटना रिकॉर्ड होने के बाद भी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाती है। वहीं बार-बार घटनाएं होने के बाद गार्ड तक की व्यवस्था नहीं की जा रही है। सेंवढ़ा के पंजाब नेशनल बैंक का टर्नओव्हर सबसे अधिक होने की वजह से यहां घटनाएं बढ़ गई है। बावजूद सुरक्षा के लिए गार्ड के इंतजाम नहीं किए गए।

अब तक तीन घटनाएं हुई और सभी में चोरों ने पीएनबी को ही निशाना बनाया। इसकी एक प्रमुख वजह यह भी है कि पीएनबी के पास सुरक्षा गार्ड नहीं है। जबकि एसबीआई, जिला सहकारी बैंक की शाखाओं पर गार्ड की तैनाती है और यही वजह है कि चोर अक्सर अपना काम कर आसानी से भाग जाते है।

बैंक में रुपए निकलने की घटना के वक्त मौजूद संदिग्ध युवक (घेरे में)

ये घटनाएं हो चुकी हैं बैंक उपभोक्ताओं के साथ

1. पांच अक्टूबर को तेज मिल एवं आटा चक्की व्यापारी रमाशंकर गुप्ता पंजाब नेशनल बैंक में एफडी तुड़वाने के लिए गए थे। उनकी पीछे की जेब में 20 हजार रुपए थे। वह लाइन में लगे थे, तभी पीछे किसी व्यक्ति ने हेलमेट टच करने के बहाने 20 हजार रुपए निकाल लिए। बाद में सीसीटीवी फुटेज देखे गए, घटना में दो युवक शामिल थे। जिनके चेहरे भी नजर आ रहे थे, लेकिन आरोपी अब तक नहीं पकड़े गए।

2. गत 24 जून को सहारा इंडिया कंपनी के शाखा लिपिक आलोक अग्रवाल शाखा का पैसा लेकर पंजाब नेशनल बैंक की सेंवढ़ा शाखा गए थे। यहां जब वह पैसे जमा करने वाली लाइन मे लगे थे, तभी दो युवक उनके पीछे खड़े हो गए। एक ने बैग से 51 हजार 100 निकाल लिए और दूसरा निगरानी करता रहा। इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस थाना सेंवढ़ा मंे की गई। सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग में यह साबित हुआ कि दोनों ही बच्चे नाबालिग थे।

3. नौ मई 2018 को पीएनबी सेंवढ़ा ब्रांच से सुनील कुमार गुप्ता की जेब से 10 हजार रुपए एक युवक ने निकाले। इसकी रिपोर्ट भी हुई और इस बारे में सीसीटीवी फुटेज भी निकाली गई। इस घटना में भी कम उम्र का एक युवक शामिल था। जो कि अभी तक ट्रेस नहीं हुआ। 24 जून को ही भगुवापुरा पीएनबी में भी एक घटना हुई। इस दौरान जिस व्यक्ति के पैसे निकालने का प्रयास हुआ, उसने खुद की तत्परता से चोर पकड़ लिया और मामला पुलिस तक पहुंचने के पहले ही निपट गया।

एटीएम के आसपास हालत और खराब

बैंक के अलावा एटीएम से पैसा निकालना भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। सेंवढ़ा में एसबीआई के तीन और पीएनबी का एक एटीएम संचालित हैं, पर एक भी एटीएम पर सुरक्षा गार्ड को तैनात नहीं है। पूर्व में एसबीआई ब्रांच के एक एटीएम को चोरों द्वारा तोड़ दिया गया था। जिसके बाद कुछ दिन तक गार्ड की तैनाती रही। बाद में गार्ड हटा दिया गया। की तैनाती नहीं होने से अब बैंकों द्वारा शाम होते ही एटीएम को ही बंद कर दिया जाता है और शाम के बाद इनका कोई औचित्य नहीं रहता। खास बात यह है कि सीसीटीवी में कैद होने के बाद भी कैमरे की क्लिप का कोई उपयोग बैंक ने नहीं किया। पुलिस भी कैमरे में दिख रहे हुलिया को खोजने में सफल नहीं रही।

थाना प्रभारी को निर्देशित किया है