36 घंटे बाद बांध से महिला का शव बरामद; सपा नेता अभी लापता

, एसडीआरएफ तलाश में जुटी



चित्रकूट / उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में बरुआ बांध में लापता सपा नेता भरत दिवाकर की पत्नी के शव को गुरुवार की दोपहर एसडीआरएफ टीम ने खोज निकाला। परिजनों ने उसकी शिनाख्त की है। लेकिन अभी सपा नेता का कुछ पता नहीं चला है। सपा नेता ने मंगलवार देर रात पत्नी की हत्या कर उसकी लाश को बरुआ बांध में ठिकाने गया था, लेकिन बीच धारा में लाश फेंकते समय अचानक संतुलन बिगड़ने से नाव पलट गई थी। सपा नेता बांध में पत्नी के शव के साथ बह गया था। जबकि नाविक तैरकर बाहर आ गया था। पुलिस ने नाविक को हिरासत में लिया है। 



यह था मामला, ऐसे मिली थी पुलिस को सूचना



भरतकूप थाना इलाके बरुआ बांध पर बुधवार सुबह मुलायम नगर के नई बस्ती निवासी सपा नेता भरत दिवाकर की लावारिस हालत में गाड़ी मिली थी। गाड़ी में एक लेडीज चप्पल व सपा नेता के कपड़े व जूते बरामद हुए थे। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि, आखिरी बार दिवाकर को मछरिया गांव निवासी नाविक राम सेवक के साथ देखा गया था। पुलिस ने राम सेवक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की थी। 


2015 में हुई थी सपा नेता की शादी


रामसेवक ने पुलिस को बताया कि, सपा नेता भरत दिवाकर अपनी पत्नी मीनू की हत्या करके मंगलवार की रात्रि तीन बजे के आसपास बरुआ बांध लेकर आया था। बरुआ बांध में भरत का मछली आखेट का ठेका था। वह वहीं रहता था। भरत ने फोन कर नाव बांध के किनारे लाने की बात कही। किनारे पहुंचने पर भरत ने पत्नी की लाश नाव में रख दी। उसके बाद लाश के साथ वजनी पत्थर बांध दिया। इसके बाद बीच धारा चलने की बात कही। बीच धारा पहुंचने पर भरत ने लाश को उठाकर पानी में फेंकने की कोशिश की, तभी नाव पलट गई। भरत दिवाकर डूब गया। वहीं रामसेवक तैरकर किनारे आ गया। पुलिस ने बताया कि, भरत दिवाकर की शादी मीनू के साथ 2015 में हुई थी। इनकी एक बेटी है, जो ननिहाल में पढ़ाई करती है। 



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ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
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