30 एसिड अटैक सर्वाइवर्स की जिंदगी संवार रहा 'शीरोज'

30 एसिड अटैक सर्वाइवर्स की जिंदगी संवार रहा 'शीरोज'



लखनऊ / बॉलीवुड अदाकारा दीपिका पादुकोण पांच जनवरी को लखनऊ शहर में स्थित कैफे 'शीरोज' में एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ अपना अपना 34वां जन्मदिन मनाएंगी। जनवरी को रिलीज होने वाली दीपिका की फिल्म छपाक एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल का बायोपिक है। साल 2016 में लखनऊ में इस कैफै की शुरुआत हुई थी। वर्तमान में यहां 12 एसिड सर्वाइवर काम कर रही हैं। 'हीरो' की तर्ज पर बने इस 'शीरोज' कैफे को राष्ट्रपति से भी अवार्ड मिल चुका है। 


ऐसे हुई कैफे की शुरुआत


शीरोज कैफै का संचालन छांव फाउंडेशन के द्वारा किया जा रहा है। संस्था के संचालक आशीष शुक्ला ने अपने साथी आलोक के साथ मिलकर इसकी शुरुआत 2003 में की थी। 'स्टॉप एसिड अटैक' नाम का अभियान भी आशीष व आलोक के द्वारा चलाया जाता है। छांव फाउंडेशन की डायरेक्टर भी एक एसिड अटैक पीड़ित लक्ष्मी हैं। आलोक बताते हैं, यहां पर जो भी एसिड अटैक पीड़ित आती हैं वो अपनी मर्जी से जो काम करना चाहे, करती हैं। ये एक परिवार बन चुका है। कहते है न- 'मैं चलता गया और कारवां बनता गया' यही हुआ इन लोगों के साथ भी। आज यहां न जाने कितने लोग हैं? जो एक परिवार की तरह रहते हैं। 


यह कैफे आगरा के बाद लखनऊ और अब उदयपुर में शुरू किया गया है। इस कैफे में खान पान के अलावा यहां काम करने वाली लड़कियों के हुनर का भी प्रदर्शन किया गया है। तीनों जगह से अभी तक करीब 100 एसिड सर्वाइवर को मदद की जा चुकी है। दो की शादी यही से हुई है, जो अपना परिवारिक जीवन जी रही है। आशीष शुक्ला बताते हैं फंडिंग छांव फाउंडेशन के माध्यम से होती है। कैफे के संचालन में जो रूपए आते हैं, उससे या क्राउड फंडिंग से इसका संचालन हो रहा है। आशीष शुक्ला का कहना है कि हम नॉन प्रॉफिटेबल संस्था हैं। करीब 30 एसिड सर्वाइवर पीड़िता काम कर रही है। 



Popular posts
शादीशुदा BF संग भागी प्रेमिका, प्रेमी की पत्नी नही मानी तो प्रेमी पर दर्ज कराया RAPE का मामला
Image
उत्कृष्ट विद्यालय मुरार में नन्हे नन्हे हाथों ने उकेरी रंगोलियां
Image
भाजपा शासन के 108 फैसले सही पाए
Image
ग्वालियर। ग्वालियर में तीन मंजिला एक मकान में भीषण आग लगने से सात लोगों की जिंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज चल रहा है। फायर बिग्रेड आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। घटनास्थल पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, नगर निगम कमिश्नर सहित प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी पहुंच गए। घटना इंदरगंज थाने से महज 100 मीट की दूरी पर हुई। आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं मिली है।  जानकारी के मुताबिक ग्वालियर के इंदरगंज चैराहे पर रोशनी घर मोड़ पर तीन मंजिला मकान में गोयल परिवार रहता है। हरिमोहन, जगमोहन, लल्ला तीनों भाई की फैमिली रहती है जिसमें कुल 16 लोग शामिल हैं। इस मकान में एक पेंट की दुकान भी है जिसमें आधी रात को भीषण आग लग गई। दुकान की ऊपरी मंजिल में बने मकान में परिवार आग की लपटों में फंस गया।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। मामले की जानकरी मिलते ही फायर ब्रिगेड अमला मौके पर पहुंच गया और आग में फंसे परिवार को बचाने लगा। लेकिन तब तक सात लोगों की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। एडिशनल एसपी ने सात लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है। सुबह मौके पर सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, चेम्बर अध्यक्ष विजय आदि भी पहुंचे। इस भीषण अग्निकांड की घटना में मृत लोगों के नाम इस प्रकार हैं - 1. आराध्या पुत्री सुमित गोयल उम्र 4 साल 2. आर्यन पुत्र साकेत गोयल उम्र 10 साल 3. शुभी पुत्री श्याम गोयल उम्र 13 साल 4. आरती पत्नी श्याम गोयल उम्र 37 साल 5. शकुंतला पत्नी जय किशन गोयल उम्र 60 साल 6. प्रियंका पत्नी साकेत गोयल उम्र 33 साल 7. मधु पत्नी हरिओम गोयल उम्र 55 साल 
Image
बिजली के बिलों में दी जाने वाली रियायतों की छोटे व्यापरियों ने की सराहना