10 मिनट तक गिरे ओलों से 200 हैक्टेयर में पान की फसल तबाह







छतरपुर / पहले अधिक ठंड के कारण और अब गुरुवार की देर रात 10 मिनट आसमान से गिरे ओलों ने बिजावर क्षेत्र में पिपट और पनागर गांव में लगी पान फसल को तबाह कर दिया। इस कारण क्षेत्र में 200 हैक्टेयर में लगी पान की फसल पूरी तरह से बरबाद हो गई है। जिससे दोनों गांव के पान किसानों को करीब 4 करोड़ का नुकसान हाेना बताया जा रहा है। क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि की जानकारी लगने पर बिजावर एसडीएम शुक्रवार को मौके पर पहुंचे और उन्होंने नुकसान का जायजा लिया।

पनागर गांव के छन्नूलाल चौरसिया ने बताया कि बिजावर क्षेत्र के पिपट और पनागर गांव में 200 हैक्टेयर में करीब 600 बरेजे पान किसानों द्वारा लगाए गए हैं। गुरुवार की देर रात साढ़े 8 बजे करीब 10 मिनट तक क्षेत्र में ओलावृष्टि होने से दोनों गांव के पान बरेजे पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। इस ओलावृष्टि से पनागर गांव के देवीदीन चौरसिया की 100 पारी, टुट्‌टी रजा चौरसिया की 90 पारी, भगवानदास चौरसिया की 80, गुरू दयाल चौरसिया की 95 पारी, पन्नालाल चौरसिया की 70, जानकी पुटेर वालों को 96 पारी व सोहन चौरसिया, प्रकाश चंद्र चौरसिया और बृजेश चौरसिया सहित पिपट राजेंद्र चौरसिया, चंद्रप्रकाश चौरसिया, गजेंद्र चौरसिया, करन चौरसिया, प्रमाेद निवारी वाले, मुकुंदी चौरसिया, हरी माेदी सहित सभी किसानों के पान बरेजों को नुकसान हुआ है। इस ओलावृष्टि की जानकारी लगने पर शुक्रवार की सुबह बिजावर एसडीएम डीपी द्विवेदी पिपट और पनागर गांव पहुंचे और जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को नुकसान का सर्वे कराते हुए मुआवजा दिलाने की बात कही।

पहले ठंड ने किया परेशान

पिपट के भगवानदास और पनागर के संतोष चौरसिया ने बताया कि पिछले 15 दिनों से जिले में अधिक ठंड पड़ने के कारण पान की फसल में काले धब्बे पड़ना शुरू हो गए थे। जो फसल बची थी उसे गुरुवार की देर रात हुई ओलावृष्टि ने पूरी तरह से तबाह कर दिया। इस ओलावृष्टि से जो पान बेलों में लगे थे वे टूटकर नीचे गिर गए हैं। जो पान बेल में लगे हैं, वे पूरी तरह से फट कर खराब हो गए हैं।