उड्डयन विभाग काे किस हादसे का इंतजार

, डैमेज हाे चुके विमान से करा रहे मुख्यमंत्री काे सफर



किराये के विमानों में पूर्व सीएम और राज्यपाल की यात्राओं पर 71 करोड़ रु. खर्च


 

जयपुर / नागरिक उड्डयन विभाग डैमेज हाे चुके विमान से सीएम अशाेक गहलाेत काे हवाई यात्राएं करा रहा है। लालफीताशाही का अालम यह है कि पिछले नाै साल से मुख्यमंत्री के लिए नए विमान की खरीद की प्रक्रिया फाइनल नहीं हो पा रही। पिछले छह साल में पूर्व सीएम, पूर्व राज्यपाल और मौजूदा राज्यपाल की यात्राओं के लिए किराये पर विमान लेने के लिए 71 करोड़ से अधिक रकम सरकारी कोष से भुगतान किया जा चुका है, जबकि 200 कराेड़ में नया विमान खरीदा जा सकता है। सीएम अशोक गहलोत अाज भी डैमेज हो चुके पुराने विमान से ही यात्राएं कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह है कि राज्य के अफसर किस बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं? जिस किंग एयर बी 200 विमान से सीएम अशोक गहलोत यात्राएं कर रहे हैं, वह टर्बोप्राप श्रेणी का है। 


 एक साल बाद इसकी 15 साल की आयु पूरी हो जाएगी। इसके बाद इसका इस्तेमाल सीएम या अन्य वीआईपी के लिए उपयोग में नहीं लेने का प्रचलन है। वैसे भी यह विमान 2007 में डैमेज हो गया था। 
उस समय पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इस विमान के हादसे में बाल-बाल बची थी। इसलिए उन्हाेंने इससे कभी यात्राएं नहीं की। हालांकि 2009 में सीएम बनने के बाद से अशोक गहलोत ने 2013 तक इसे इस्तेमाल किया अाैर अब 2018 में तीसरी बार सीएम बनने के बाद फिर इसे इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि यह सीएम के लिए यह रिस्की माना जा रहा है।


इसके बावजूद नए विमान की खरीद को लेकर नागरिक उड्डयन विभाग के स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है। 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नए विमान को खरीद करने के लिए लगभग फैसला कर लिया था, लेकिन विभागीय दांव-पेच के कारण नए विमान की खरीदारी नहीं हो पाई। स्थिति यह है कि 2011 में नए विमान की प्रक्रिया जो शुरू हुई थी, वह आज तक पूरी नहीं हो पाई है। गुजरात, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों ने पिछले एक साल में नए विमान खरीद लिया है। जबकि मध्य प्रदेश सरकार की ओर से नए विमान के लिए आर्डर दिया जा चुका है।


नया विमान खरीदे सरकार
किंग एयर बी-200 विमान 2007 में डैमेज हो गया। तब से ही पूर्व सीएम वसुंधरा ने इस पर यात्राएं नहीं की। पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह व मौजूदा राज्यपाल कलराज मिश्र भी किराये के विमान से यात्राएं करते हैं, जिसके लिए भारी रकम देनी पड़ रही है। सरकार 200 कराेड़ में अपना विमान खरीदे तो बेहतर होगा। यूपी, गुजरात व हरियाणा विमान खरीद चुके हैं।  -केसरी सिंह, चीफ एयरक्राफ्ट पायलट