पुलिस प्रताड़ना से आहत दुष्कर्म पीड़ित व उसके माता-पिता ने खाया जहर

, हालत नाजुक





स्थानीय लोगाें ने तीनों को निजी वाहन से पहुंचाया अस्पताल।





वाराणसी के सर्किट हाउस के बाहर अचेतावस्था में मिले तीनों


स्थानीय लोगों ने दीन दयाल अस्पताल पहुंचाया


 

वाराणसी / उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सोमवार सुबह दुष्कर्म पीड़ित व उसके माता-पिता ने सामूहिक तौर पर विषाक्त खा लिया। सर्किट हाउस के बाहर तीनों को अचेतावस्था में देखकर स्थानीय लोगों ने पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय पहुंचाया है। जहां इलाज जारी है। लेकिन हालत नाजुक है। मौके से एक लेटर मिला है। जिस पर पुलिस प्रतापड़ना व बेटे की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत का उल्लेख किया गया है। लेकिन इस मामले में परमवीर चक्र विजेता के परिवार के बच्चे का नाम जुड़ने से मामला हाई प्रोफाइल हो गया है।



नोट में लिखे ये आरोप



दुष्कर्म पीड़ित के पिता का आरोप है कि, सीओ कैंट और इंस्पेक्टर सांठगांठ कर बेटे व बेटी के साथ हुई घटना की विवेचना में धाराएं कमकर आरोपियों को बचाना चाह रहे हैं। पुलिस ने विरोधियों से रिश्वत ली है। हमारी आर्थिक स्थित ठीक नहीं है, हम अब दौड़ नहीं सकते हैं। इसलिए मैं बेटी व पत्नी के साथ एसएसपी कार्यालय के सामने आत्महत्या कर रहा हूं। दौड़ते दौड़ते दो माह तीन दिन हो गए, कभी आईजी के यहां तो कभी एसएसपी के यहां। कभी एडीजी के पास तो कभी मंत्री के पास, अब थक चुका हूं। कैंट इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी व चौकी इंचार्ज काशीनाथ उपाध्याय बेटी को अनाथालय न ले जाकर कचेहरी पुलिस चौकी ले जाकर धमकाते हैं।  


अक्टूबर में हुई थी बेटे की मौत, आरोपियों ने बेटी को मुंबई में ले जाकर बेचा
परिवार के करीबी विपुल पाठक ने बताया कि, अक्टूबर में बड़े बेटे की संदिग्ध मौत गंगा में डूबने से हुई थी। वह 11वीं में यूपी कालेज में पढ़ता था। वहीं, छोटी बेटी को 4 लोग बहला फुसला कर मुम्बई फिल्मों में काम दिलाने के बहाने धोखे से ले गए। वहां होटल में रखकर गलत काम किया और बेच भी दिया। नवंबर में किसी तरह बच्ची भागकर प्रयागराज पहुंची। वहां से जीआरपी घर तक लेकर आयी। कैंट थाने में मामला दर्ज हुआ पर इंस्पेक्टर ने उल्टा दबाव बनाना शुरू कर दिया। परिवार ने चिठ्ठी में इंस्पेक्टर, सीओ और चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाया है कि विवेचना गलत की जा रही है।


मामला प्री-प्लान, तीसरी बार पुलिस ने लड़की को किया था रिकवर
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा- तीनो लोगों का इलाज जारी है। एक नाबालिग लड़की का मामला है, जो घर से कई बार जा चुकी है। पुलिस ने दूसरी बार रिकवर किया तो मामला प्रेम प्रसंग का निकला। दो बार फाइनल रिपोर्ट तक लग चुकी है। तीसरी बार लड़की मुंबई में मिली तो 363 और 364 का मुकदमा भी लिखा गया। 164 के बयान में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला आया। जिसमे मुख्य आरोपी जलीम जो टीटीई है, वो और उसका साथी जेल जा चुका है। तीसरा अभियुक्त फरार है। एसएसपी मुताबिक यह मामला प्री प्लान लगता है।